नरेश मीणा की हार ने कांग्रेस को चौंकाया, जानें थप्पड़बाज नेता का अब कैसा रहेगा भविष्य?
राजस्थान के देवली उनियारा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने जीत हासिल कर ली है। जेल में बंद निर्दलीय उम्मीदवार और थप्पड़ कांड वाले नेता नरेश मीणा की हार हो गई। हालांकि नरेश ने कांग्रेस को तीसरे स्थान पर धकेल कर सियासी हलचल पैदा कर दी। मीणा पर एसडीएम से मारपीट का आरोप है और पुलिस अब उन्हें लंबे समय तक जेल में रखने की फिराक में है। जानते हैं थप्पड़ बाज नेता की हार के बाद कैसा रहेगा उनका जेल से उनका राजनीतिक सफर।
टोंक: राजस्थान में ‘थप्पड़ कांड’ के बाद सुर्खियों में आई देवली उनियारा विधानसभा के चुनाव परिणाम में बीजेपी ने आखिर कब्जा कर लिया। बीजेपी को 2013 के बाद इस सीट पर अब जाकर जीत मिली है। इधर, एसडीएम को थप्पड़ मारने के बाद कांग्रेस के बागी निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा भले ही जेल में बंद है, लेकिन उन्होंने इस चुनाव में इतिहास पलट दिया। उन्होंने अपने दबंग अंदाज से कांग्रेस के कस्तूरचंद मीणा को तीसरे स्थान पर धकेल दिया, जो पहले कभी नहीं हुआ। यही नहीं नरेश ने विजयी रहे बीजेपी के राजेंद्र गुर्जर को भी टक्कर दी। ऐसे में नरेश की हार के बाद अब सियासी गलियारों में हलचल मच गई है कि जेल में बंद नरेश मीणा का अब क्या सियासी भविष्य रहने वाला है? अब नरेश कब तक कानून की गिरफ्त में रहेंगे? यह सभी तमाम सवाल लोगों के जहन में घूमने लगे है
थप्पड़ मार नेताजी की हार के बाद क्या रहेगा भविष्य?
देवली उनियारा विधानसभा सीट राजस्थान में काफी चर्चित रही। यहां त्रिकोणीय और काफी रोचक मुकाबला देखने को मिला। पहली बार इस सीट पर कांग्रेस चुनाव परिणामों में तीसरे स्थान पर रही। नरेश मीणा ने इस चुनाव में अपना अच्छा प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस को जीत की रेस से बाहर कर दिया। कांग्रेस के कस्तूर चंद मीणा इस दौड़ में तीसरे स्थान पर रहे। इधर, थप्पड़ मारने के बाद नरेश मीणा टोंक जेल में बंद है, उनके साथ उनके 53 समर्थक भी बंद है। ऐसे में सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है कि अब नरेश मीणा का राजनीतिक भविष्य क्या रहने वाला है? इसको लेकर राजनीतिक जानकार अपने-अपने मायने निकाल रहे हैं।
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