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23 साल बाद कांग्रेस कार्यालय पहुंचे शरद पवार, बोले- कांग्रेस मुक्त भारत संभव नहीं

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23 साल बाद कांग्रेस कार्यालय पहुंचे शरद पवार, बोले- कांग्रेस मुक्त भारत संभव नहीं

पवार ने यहां भारतीय जनता पार्टी का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग कांग्रेस मुक्त भारत की मांग कर रहे हैं लेकिन देश को ‘कांग्रेस मुक्त’ नहीं बनाया जा सकता क्योंकि इसके योगदान और विचारधारा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, यह संभव नहीं है.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने 23 साल पहले ग्रैंड ओल्ड पार्टी छोड़ने के बाद पहली बार बुधवार को पुणे में कांग्रेस कार्यालय का दौरा किया. पवार पार्टी के स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए यहां कांग्रेस भवन पहुंचे थे.  

‘कांग्रेस मुक्त नहीं हो सकता भारत’
पवार ने यहां भारतीय जनता पार्टी का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग कांग्रेस मुक्त भारत की मांग कर रहे हैं लेकिन देश को ‘कांग्रेस मुक्त’ नहीं बनाया जा सकता क्योंकि इसके योगदान और विचारधारा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, यह संभव नहीं है.

‘कांग्रेस के साथ आगे बढ़ेंगे’
उन्होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा और योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. नीतियों को लेकर मतभेद होंगे, लेकिन हम कांग्रेस पार्टी के साथ आगे बढ़ेंगे. पवार ने पुणे जिले के एक युवा कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में अपने राजनीतिक जीवन के शुरुआती दिनों को याद किया जब वे 1958 में पहली बार कांग्रेस भवन गए थे.

1999 में छोड़ दिया था कांग्रेस का साथ
पवार ने साल 1999 में कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़ दिया था और अपना खुद का संगठन बनाया था, हालांकि बाद में उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया. उन्होंने कहा कि उस दौरान पुणे से कांग्रेस के कई नेता थे. यह ऐसा था जैसे पुणे का मतलब कांग्रेस है, और कांग्रेस का मतलब पुणे है.

‘शक्ति का दुरुपयोग कर रहे वर्तमान शासक’
पवार ने कहा “भारत को आजादी मिलने के बाद से पुणे में कांग्रेस भवन पार्टी का केंद्र था. महाराष्ट्र का प्रशासन इसी इमारत से काम करता था. यहां से कांग्रेस नेताओं ने (तत्कालीन प्रधानमंत्री) जवाहरलाल नेहरू को इंदिरा गांधी  के माध्यम से राजी किया और और संयुक्त महाराष्ट्र (राजधानी मुंबई के साथ महाराष्ट्र) को बनाया गया था. उन्होंने कहा कि देश के वर्तमान शासक अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं और विपक्ष को एकता के साथ उनका मुकाबला करना होगा.

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