राजस्थान सरकार की शराब नीति और व्यवस्थाओं के विरोध में जयपुर में होगा महाकुंभ
- विभिन्न मांगों को लेकर जयपुर में होगा प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन
कोटा.
वाइन कांट्रेक्टर एसोसिएशन कोटा की आवश्यक बैठक होटल मोती महल, सीएडी चौराहा, कोटा पर आयोजित की गई। जयपुर में 15 दिसम्बर 2024 को होने वाले महाकुंभ के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में पंकज धनकड़, राजस्थान शराब यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष उपस्थित रहे। विनोद पारेता, अध्यक्ष, वाइन कांट्रेक्टर एसोसिएशन, कोटा ने बताया कि बैठक में विभिन्न मांगों को रखा गया जिसमें महाकुंभ में शराब ठेकेदारों की भागीदारी बढ़ाना, बैठक में राजस्थान शराब यूनियन के पदाधिकारी और वाइन कांट्रेक्टर एसोसिएशन कोटा के सदस्य शामिल रहे जिन्हें महाकुंभ की पूरी जानकारी दी गई साथ ही लोगों के सुझाव लिए गए। विनोद पारेता ने बताया कि मुख्य मांगों में पुरानी सभी प्रकार की पेनेल्टियां समाप्त किए जाने, शराब की दुकानें खोलने का समय रात्रि 11 बजे तक किया जाने, गांरटी पुर्ति करने वाले ठेकेदारों की जब्त धरोहर राशियां तुरंत प्रभाव से लोटाए जाने, मंहगाई के अनुसार शराब ठेकेदारों का कमीशन कम से कम 20 प्रतिशत और बढ़ाया जाना चाहिए। महासचिव अजय सिंह राठौड ने बताया कि शराब ठेकों से पुलिस का हस्तक्षेप पुर्णत: समाप्त किया जाना चाहिए और प्रदेश में शराब की मात्रा बहुत अधिक हो गई है सरकार मद्य संयम नीति की पालन करते हुए शराब की गारंटी 30 प्रतिशत तक कम कर दुकानें रिनिवल की जाने सम्बंधि मांगों को लेकर महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान कोटा संभाग व अन्य जह से आए अतिथियों में मनोज प्रजापति जिला अध्यक्ष बारां, विजेंद्र मिल संभागीय अध्यक्ष शेखावाटी, संदीप चौधरी महासचिव जयपुर, जगदीश सुवालका देवली अध्यक्ष ने भी अपने विचार व्यक्त किए और निरंतर सरकार की शराब ठेकेदार विरोधी नितियों का दंश झेलने की बात कही। इस अवसर पर संतोष अग्रवाल, रविंद्र सिंह, बलविंदर सिंह चावला, योगेश चौबे, राजेंद्र पावटा, धनराज मीणा, शंकर बना पवन सुवालका, बाबूलाल सुवालका, शिवजी सुवालका, देवेंद्र बना, धर्मेंद्र मीणा, रघु सुवालका, महेश पप्पी बना, प्रहलाद नागर, लवेश सुवालका आदि उपस्थित रहे।
More Stories
सनातन संस्कृति में गुरु का स्थान सर्वोपरि – अध्यक्ष नरेश खत्री (छाबड़ा)
भाजपा विधायक की धमकी लोकतंत्र पर हमला: NSUI प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़
अजमेर RTO ने जांच रिपोर्ट में की किशनगढ़ ATS को निलंबित करने की अनुशंसा