संत सुधा सागर पब्लिक स्कूल, नारेली, अजमेर के उद्घाटन समारोह का आयोजन अत्यंत हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ। यह नया शैक्षणिक संस्थान निर्यापक मुनि पुंगव 108 संत सुधा सागर जी महाराज की दिव्य प्रेरणा से साकार हुआ एक पवित्र दृष्टिकोण है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भारत के मार्बल मैन श्री अशोक पटनी जी उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथियों में मेयो कॉलेज के प्राचार्य श्री सौरव सिन्हा, मिलिट्री स्कूल अजमेर के प्राचार्य कर्नल अमर दीप, उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर के डीआरएम श्री राजू भूटड़ा, एबीसी विभाग के एसपी श्री ज्ञान प्रकाश जी, भगवती मशीन इंडस्ट्री के निदेशक श्री यशवंत शर्मा, मिलिट्री स्कूल शिमला के प्राचार्य श्री विमल जी गंगवाल, दिगंबर जैन समिति के अध्यक्ष श्री प्रमोद सोनी श्री अनूप अत्रे जी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और मंगलाचरण के साथ हुआ। स्कूल के महासचिव श्री अतुल जी ने क्षेत्र परिचय प्रस्तुत किया, जिसमें स्कूल के उद्देश्य, दृष्टिकोण और संत सुधा सागर जी महाराज की प्रेरणा को रेखांकित किया गया। मुख्य अतिथि श्री अशोक पटनी जी ने अपने उद्बोधन में संत सुधा सागर पब्लिक स्कूल की पूरी टीम को बधाई दी और इस शैक्षणिक संस्थान को समाज के लिए एक अनमोल योगदान बताया। उन्होंने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह स्कूल भविष्य की पीढ़ियों को मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
विशिष्ट अतिथियों ने भी अपने विचार साझा किए। श्री सौरव सिन्हा ने शिक्षा में गुणवत्ता और नैतिकता के महत्व पर प्रकाश डाला, जबकि कर्नल अमर दीप ने अनुशासन और नेतृत्व के विकास पर जोर दिया। श्री राजू भूटड़ा ने सामाजिक विकास में शिक्षा की भूमिका को रेखांकित किया। अन्य अतिथियों ने भी स्कूल के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और इसे क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर बताया।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। छात्रों द्वारा प्रस्तुत स्वागत नृत्य और गीत ने समारोह में उत्साह का संचार किया। इसके पश्चात स्कूल परिसर का औपचारिक उद्घाटन और फीता काटने का समारोह संपन्न हुआ।
अंत में, स्कूल प्रबंधन समिति की ओर से सभी अतिथियों और उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया गया। यह समारोह न केवल एक शैक्षणिक संस्थान का शुभारंभ था, बल्कि एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक भी था, जो शिक्षा और संस्कारों के माध्यम से समाज को सशक्त बनाएगा।
