क्या काले रंग के कपड़े पहनना होता है अशुभ?
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रंगों के बिना हम इस दुनिया की कल्पना ही नहीं कर सकते। प्रकृति में इतनी खूबसूरती सिर्फ रंगों के कारण ही है ये रंग मनुष्य के जीवन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनको अपने जीवन में उतारना आपके व्यक्तित्व, आपके भाग्य से जुड़ा माना जाता है। आज बात कर रहे हैं काले रंग की।
शास्त्रों में काले रंग के कपड़ों को नकारात्मकता से जोड़कर देखा जाता है।
काला रंग पसंद करने वाले लोग मन से शांत नहीं होते। काला रंग अपने आसपास की एनर्जी को अपने अंदर समाहित कर लेता है।
रंगों का मनुष्य के जीवन पर व्यापक असर पड़ता है। हर रंग का व्यक्ति पर अलग-अलग प्रभाव होता है। रंग हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। हर रंग अपने साथ कुछ अलग विचार और एनर्जी लाते हैं। कुछ लोगों को लाल रंग पसंद होता है। कुछ को सफेद तो कुछ लोगों को काला रंग बेहद भाता है। आपने कई लोगों को देखा होगा जो काले रंग के कपड़े पहनना ज्यादा पसंद करते हैं। इन लोगों की कई चीजों का रंग भी काला ही होता है। साइकोलॉजी के हिसाब से देखा जाए तो काला रंग व्यक्ति के व्यक्तित्व को एक अलग पहचान देता है। इसके अलावा धर्म शास्त्रों में काले रंग को पसंद करने वाले लोगों के लिए कुछ अलग ही जानकारी दी गई हैं।
यदि बात करें हिंदू धर्म की तो धार्मिक शास्त्रों में काले रंग के कपड़ों को नकारात्मकता से जोड़कर देखा जाता है। हिंदू धर्म में बहुत से लोग काले रंग के कपड़ों को अशुभ समझते हैं। ऐसा माना जाता है कि काले रंग के कपड़े पहनने वाले लोग नेगेटिव एनर्जी से भरे हुए होते हैं।
विज्ञान के अनुसार काला रंग
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अपने आसपास की ऊर्जा को अपने अंदर सोख सकता है। काले रंग को राहु और शनि का रंग माना जाता है ऐसा मानते हैं कि काला रंग ज्यादा इस्तेमाल करने वाले रोग मानसिक रूप से बीमार हो सकते हैं। इसके अलावा यह भी माना गया है कि काले रंग को पसंद करने वाले लोग अंदर से काफी बेचैन और उथल-पुथल से भरे हुए होते हैं।
साइकोलॉजी आधुनिक विज्ञान की एक शाखा है। यदि बात करें साइकोलॉजी के अनुसार काले रंग को पसंद करने वाले लोगों के बारे में तो इसके अनुसार काला रंग पहनने और पसंद करने वाले लोग खुद को सबसे पावरफुल दिखाना चाहते हैं। वे लोग जिन्हें काला रंग पसंद है, वह चाहते हैं कि कोई भी व्यक्ति उन्हें नजरअंदाज ना करें।
काला रंग पसंद करने वाले लोग मन से शांत नहीं होते, लेकिन वे अपने आसपास की एनर्जी को अपने अंदर समाहित कर लेते है। फिर चाहे वह एनर्जी अच्छी हो या बुरी। काला रंग शक्ति, औपचारिकता, बुराई, मृत्यु, शोक, नीरसता, भारीपन, अवसाद और विद्रोह जैसे भाव पैदा करता है। यह रंग असंतुलन पैदा करता है। शांति का विनाश भी करता है।
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