बैंक ऑडिट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की भूमिका- सी ए साकेत कालानी
इसमें बताया गया है कि AI का उपयोग बैंक ऑडिट में कैसे किया जा सकता है और यह चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (CA) के भविष्य को कैसे प्रभावित करेगा।
मुख्य बिंदु:
१. बैंक ऑडिट में AI की जरूरत
बैंकिंग सेक्टर में धोखाधड़ी रोकने और डेटा को तेजी से विश्लेषण करने के लिए AI उपयोगी साबित हो सकता है।
यह मैन्युअल काम को आसान बनाता है और समय बचाता है।
२. AI कैसे मदद करता है?
AI 24/7 डेटा का विश्लेषण कर सकता है।
यह ट्रायल बैलेंस, NPA रिपोर्ट, एडवांस रिपोर्ट आदि का विश्लेषण करके ऑडिटर्स को सटीक रिपोर्ट देता है।
AI के माध्यम से बड़े डेटा का विश्लेषण कर सकते हैं और गलतियों को कम किया जा सकता है।
३. बैंक ऑडिट में AI का उपयोग
RBI के नियमों का पालन सुनिश्चित करने में मदद करता है।
CBS (Core Banking System) के डेटा को तेजी से प्रोसेस करके सही रिजल्ट देता है।
MOC (Memorandum of Changes) रिपोर्ट को बेहतर बनाता है।
लॉन्ग फॉर्म ऑडिट रिपोर्ट (LFAR) की तैयारी में मदद करता है।
४. AI से ऑडिटर्स को कैसे लाभ होगा?
ऑडिट प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और तेज होगी।
ऑडिटर्स को धोखाधड़ी और गलतियों का जल्दी पता चलेगा।
समय की बचत होगी और निर्णय लेने में आसानी होगी।
निष्कर्ष:
AI के आने से बैंक ऑडिट अधिक सटीक और प्रभावी होगा। चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को AI का ज्ञान लेना चाहिए ताकि वे बदलते समय के साथ खुद को अपडेट रख सकें।
