सूरत के व्यापारी का उदयपुर में किडनैप:धमकी देकर पत्नी से 20 लाख मांगे, बाड़मेर लेकर गए; पुलिस ने 18 घंटे में किडनैपर्स से छुड़वाया
उदयपुर
15 मई को एक काली कार ने सुरत (गुजरात) के व्यापारी मुकेश जोशी (35) की कार को रोका और कार से उतरे तीन लोगों ने जबरदस्ती उन्हें अपनी गाड़ी में डालकर फरार हो गए। अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस की कई टीमें सक्रिय हो गईं और बदमाशों की तलाश शुरू कर दी। 18 घंटे में सूरत के व्यापारी मुकेश कुमार जोशी को अपहरणकर्ताओं से मुक्त करा लिया।
जांच में सामने आया कि आरोपी कुलदीप (25) का मुकेश के साथ 20 लाख रुपए का लेनदेन था। इस राशि की वसूली के लिए कुलदीप ने अपने चार साथियों – दुर्गेश (26), अमित (26), सुरपाल (30) और प्रकाश (37) के साथ योजना बनाई। पैसे वसूलने के बाद 10 लाख रुपए कुलदीप को और बाकी 10 लाख रुपए चारों साथियों में बांटने का प्लान था।
पुलिस ने टोल प्लाजा और सीसीटीवी कैमरों से बदमाशों की कार को ट्रैक किया। जोधपुर कोबरा टीम की मदद से 600 किलोमीटर तक पीछा करते हुए सभी आरोपियों को दबोच लिया। घटना 15 मई को उदयपुर के सायरा क्षेत्र में हुई और पुलिस ने आरोपियों को बाड़मेर के सिवाना से गिरफ्तार किया। मुकेश सूरत में कपड़े का व्यापार करते हैं और उदयपुर के सायरा में रहते हैं।
उदयपुर के जिला पुलिस अधीक्षक (SP) योगेश गोयल ने बताया- पुलिस ने 18 घंटे में सूरत के व्यापारी मुकेश कुमार जोशी को अपहरणकर्ताओं से मुक्त करा लिया है। मुकेश कुमार सूरत में कपड़े की ट्रेडिंग का काम करता है और आरोपी कुलदीप के साथ उसका 20 लाख रुपए का लेनदेन था। इस राशि की वसूली के लिए कुलदीप ने अपने चार साथियों के साथ योजना बनाई। तय हुआ कि वसूली के बाद 10 लाख कुलदीप को और बाकी 10 लाख चारों साथियों में बांट दिए जाएंगे।
काली कार में आए थे बदमाश
15 मई की शाम मुकेश की नणद पुष्पा ने फोन कर बताया कि उसकी तबीयत खराब है। जब मुकेश उन्हें डॉक्टर से मिलाकर लौट रहे थे, तब रात साढ़े आठ बजे पदराड़ा चौराहे पर एक काली कार ने उनकी गाड़ी रोकी और तीन लोग उतरकर मुकेश को जबरन अपनी गाड़ी में डालकर ले गए।
पत्नी से मांगी 20 लाख की फिरौती
योगेश गोयल ने बताया- अगले दिन सुबह अपहरणकर्ताओं ने मुकेश की पत्नी दीपा को फोन कर 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी। साथ ही धमकी दी कि पैसे नहीं देने पर मुकेश को जान से मार देंगे।
सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग
एसपी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय गोपाल स्वरूप मेवाड़ा के निर्देशन में टीमों ने जांच शुरू की। टीम प्रभारी डीवाईएसपी सूर्यवीर सिंह के साथ पुलिस की टीमों ने 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। कार की पहचान के बाद पुलिस पिंडवाड़ा, सुमेरपुर, जालौर, आहोर, भाद्राजून, रोहिट होते हुए जोधपुर तक पहुंची। जोधपुर आईजी से मदद मांगी गई और कोबरा टीम भी लगाई गई।
आपराधिक रिकॉर्ड वाले पांच आरोपी गिरफ्तार
एसपी ने बताया- 600 किलोमीटर के पीछा के बाद उदयपुर पुलिस, जोधपुर कोबरा टीम और डीएसटी बालोतरा ने बाड़मेर के सिवाना में देवड़ा टोल से पांचों आरोपियों को दबोच लिया। एसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में कुलदीप, दुर्गेश, अमित, सुरपाल और प्रकाश शामिल हैं। इनमें से कुलदीप के खिलाफ 2, अमित के खिलाफ 5, दुर्गेश के खिलाफ 1 और सुरपाल के खिलाफ 4 आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं।
