विश्व पर्यावरण दिवस पर कुलपति प्रो अनिल कुमार शुक्ला ने पर्यावरण संरक्षण की दिलाई शपथ
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर
पर्यावरण दिवस पर दिनांक 5 जून को महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के पर्यावरण विभाग चरक भवन में राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल अजमेर, वन विभाग अजमेर, भारत सरकार के मिशन लाइफ तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस आयोजित किया गया। कार्यक्रम के आरंभ में छात्र-छात्राओं द्वारा एक रैली का आयोजन किया गया, जिसमें माननीय कुलपति प्रो अनिल कुमार शुक्ला द्वारा सभी विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई। तत्पश्चात विभाग के डॉ सलीम अली सभागार में भारतीय परंपरा के अनुसार सरस्वती पूजन किया गया। कार्यक्रम का आधिकारिक आरंभ विभागाध्यक्ष प्रो सुब्रतो दत्ता के मुख्य सम्बोधन के साथ हुआ। उन्होंने अपने संबोधन में पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता पर बल दिया।
तत्पश्चात पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो प्रवीण माथुर ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से विश्व पर्यावरण दिवस की उपयोगिता तथा हमारा कर्तव्य विषय पर अपने महत्वपूर्ण विचार रखे। उन्होंने विशेष रूप से प्लास्टिक जनित पोलूशन पर विस्तार से चर्चा की एवं दैनिक उपयोग में होने वाले प्लास्टिक के अंधाधुंध प्रयोग के रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर ने इस दिशा में विश्व स्तर पर सर्वेक्षण करवाकर 36 प्लास्टिक स्मार्ट सिटी की घोषणा की है. उनका लक्ष्य 1000 स्मार्ट सिटी का है। उन्होंने सुझाव दिया कि भारत सरकार को भी ऐसे प्लास्टिक मुक्त स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में काम करना चाहिए।
क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी केंद्रीय संचार ब्यूरो श्री पराग मांडले ने अपने संबोधन में कहा कि सभी विद्यार्थियों को केवल अपने तक नहीं बल्कि अपने आसपास के समाज को भी पर्यावरण के संरक्षण के लिए जागरूक करना चाहिए। उन्होंने प्लास्टिक के कम से कम उपयोग और जहां आवश्यकता नहीं उसके लिए मना करने तथा सिंगल यूज प्लास्टिक से बचने का संदेश विद्यार्थियों को दिया। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे साधनों का उपयोग और ऐसी जीवनशैली अपनानी चाहिए, जिसमें हम प्लास्टिक का न्यूनतम उपयोग कर सकें।
वन विभाग के सहायक वन संरक्षक श्री लखन सिंह राठौड़ ने प्लास्टिक से वन्य जीवों पर होने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक का उपयोग न करके हम केवल पर्यावरण के साथ ही न्याय नहीं करेंगे बल्कि हम अपने तथा पशु-पक्षियों के जीवन के साथ भी न्याय करेंगे।
महर्षि दयानन्द सरस्वती चेयर के चेयर प्रो डॉ नरेश कुमार धीमान ने अपने संबोधन में वेद के भूमि सूक्त के माथ्यम से पर्यावरण संरक्षण चेतना पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि यदि हम प्लास्टिक का अधिक उपयोग करते हैं तो जल प्रदूषण के साथ-साथ हमारी भूमि और भूमि के साथ हमारे खाद्यान्न भी प्रदूषित होते हैं। इसीलिए हमें प्लास्टिक के उपयोग से हर प्रकार से बचना चाहिए।
प्रदूषण नियंत्रण मंडल की सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर डॉक्टर कृति शर्मा ने मिशन लाइफ के उद्देश्यों से विद्यार्थियों को परिचित करवाया।
क्षेत्रीय अधिकारी राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड श्री दीपक तंवर ने मिशन लाइफ अभियान पर संक्षिप्त जानकारी दी और उसके बाद प्रदूषण संबंधी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए।
कायड सरपंच श्री शिवराज गुर्जर अपनी टीम के साथ कार्यक्रम में उपस्थित हुए इन्होंने गत वर्ष लगाए गए पौधों की सार-संभाल का कार्य किया। डॉ. लारा शर्मा ने अन्त में सभी का धन्यवाद किया। मंच संचालन छात्रा मनस्वी सारस्वत ने किया।
डॉ मदन मीना, मीडिया सेंटर
More Stories
12वीं पास कंगना रणाैत 60 किलो चांदी, तीन लग्जरी कारों सहित 91करोड़ की मालिक!,,,,2 जून को वापस जेल नहीं जाऊंगा…’, केजरीवाल के बयान के खिलाफ SC पहुंची ED को झटका,
गर्भपात को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है।
पानी के टैंक में मिला भाई-बहन का शव:पति का आरोप- पत्नी ने बच्चों को जान से मारा, मामले को छिपाती रही