जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट योजना से बढ़ेगी निर्यात की संभावनाएं
अजमेर, 6 अगस्त। सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र की उत्पादकता को बढ़ावा देने और पर्यावारण संरक्षण में उनका योगदान बढ़ाने के लिए भारत सरकार की ओर से जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट (जेड) योजना को लॉन्च किया गया है।
जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र के महाप्रंबधक क्षी डॉ. डी.के. शर्मा ने बताया कि जीरो इफेक्ट जीरो डिफेक्ट योजना एक प्रमाणन है। यह एमएसएमई उघोगों को शून्य दोष और शून्य प्रभाव के साथ उत्पाद के लिए प्रोत्साहित करेगी। जेड शपथ लेने और पंजीकरण करने के बाद एमएसएमई प्रमाणन तीन स्तरों में प्राप्त किया जा सकता है। ये स्तर ब्रोन्ज, सिल्वर और गोल्ड है। जेड सर्टिफिकेट प्राप्त सूक्ष्म, लघु अथवा मध्यम उघोगों को सरकारी योजनाओं में भी प्राथमिकता मिलती है। जेड सर्टिफिकेशन अपनाने के लिए सरकार की ओर से सब्सिडि दी जायेगी। सूक्ष्म उद्यमों को इस सर्टिफिकेशन लागत पर 80 प्रतिशत, लघु उद्यमों को 60 प्रतिशत और मध्यम उद्यमों में 50 प्रतिशत सब्सिडी सरकार प्रदान करेगी। योजना के तहत आवेदन करने के लिए उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र अजमेर की और से हैंड होल्डिंग भी की जायेगी। अधिक जानकारी के लिये जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र अजमेर कार्यालय में सम्पर्क किया जा सकेगा।
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