November 23, 2024

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सवारियां टोकती रही, ड्राइवर बस दौड़ाता रहा:70 की स्पीड से पुलिया से टकराई, 12 की मौत; परिवहन विभाग की सेक्रेटरी ने रिपोर्ट मांगी

सवारियां टोकती रही, ड्राइवर बस दौड़ाता रहा:70 की स्पीड से पुलिया से टकराई, 12 की मौत; परिवहन विभाग की सेक्रेटरी ने रिपोर्ट मांगी

सीकर

सवारियां ड्राइवर को कहती रही कि बस को धीरे चलाओ। ड्राइवर तेज रफ्तार में दौड़ाता रहा। अनियंत्रित हुई बस पुलिया से टकरा गई। सीकर के लक्ष्मणगढ़ में हुए हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई और 35 से अधिक घायल हो गए।
हादसे को लेकर RTO अधिकारियों ने शुरुआती जांच में ड्राइवर की लापरवाही बताई है। कहा- हादसा स्टेयरिंग या ब्रेक फेल होने से भी हो सकता है। वहीं परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग की शासन सचिव शुचि त्यागी के निर्देश पर बनी कमेटी 10 नवंबर को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। हालांकि हादसे में ड्राइवर की मौत हो चुकी है।

स्पीड को लेकर टोका, लेकिन ड्राइवर के फर्क नहीं पड़ा

दुबई में काम करने वाले बासनी (सीकर) निवासी राजेश दीपावली पर गांव आए थे। बेटे हर्षित, बेटी अनीता और पत्नी निकिता को सालासर दर्शन कराने गए थे।
राजेश बताते हैं- सालासर से बस दोपहर 12:45 बजे रवाना हुई थी। हम लोग बीच की सीटों पर थे। ड्राइवर शुरू से ही बस को तेज स्पीड में भगा रहा था। कई बार सवारियों ने भी शिकायत की, लेकिन उसके कोई फर्क नहीं पड़ा। कई बार स्पीड 100 किलोमीटर के करीब भी रही। राजेश के चेहरे और हाथ पर चोट आई । उन्होंने बताया कि बच्चे और पत्नी सुरक्षित हैं। उनकी 4 नवंबर को दुबई जाने की टिकट भी है।

लोगों के मुंह पर चोट आई, एक-दूसरे पर गिर गई सवारियां
जाजोद (सीकर) निवासी हरिराम के हादसे में दोनों हाथ टूट गए। उन्होंने बताया- बस की कैपेसिटी 52 सीटों की थी। इसमें लगभग 45 के करीब सवारियां बैठी थीं। हादसे से पहले कुछ सवारियों को लक्ष्मणगढ़ पुलिया के पास उतरना था। क्योंकि बस यहां बाइपास से होती हुई नवलगढ़ के लिए जानी थी। 8-10 लोग इस दौरान उतरने के लिए सीटों के आसपास खड़े थे। बस इतनी जोर से टकराई की किसी का मुंह आगे की सीट पर भिड़ा और एक-दूसरे पर गिर गए।

ड्राइवर बस अपनी लेन में चलाने की जगह, सड़क के सेंटर में चला रहा था। ऐसे में वह हर गाड़ी को ओवरटेक करना चाह रहा था। कई बार उसे लोगों ने टोका और परिवार साथ होने की बात भी कही।

15 दिन पहले ही आया था नया ड्राइवर

बस के कंडक्टर राकेश शेखावत के भी चोट आई है। वह सीकर के SK हॉस्पिटल में भर्ती है। बताया- वह इस बस में पिछले करीब 17-18 महीने से नौकरी कर रहे थे। बस का ड्राइवर प्रमोद था, वह पिछले 15 दिनों से नौकरी कर रहा है। वह कभी भी बस इतनी तेज नहीं चलाता था। आज मालूम नहीं क्यों मैंने उसे टोका, तब भी वह बस को भगाए जा रहा था। जब पुलिया आने वाली थी तो उसके 500 मीटर पहले भी प्रमोद को मैंने धीरे करने को कहा था। उसने अनसुना कर दिया।
हादसे की वजह लापरवाही या ब्रेक-स्टेयरिंग फेल? जानकारी के अनुसार, RTO की और से हादसे को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की गई है। इसमें बस ड्राइवर की लापरवाही और बस का घुमाव पर बेकाबू होकर पुलिया की दीवार से टकराना सामने आ रहा है। इसके साथ ही हादसे को लेकर स्टेयरिंग या ब्रेक फेल होने की आशंका भी जताई गई है। हादसे वाली जगह पर घुमाव का कोई साइनेज भी नहीं था।
RTO अधिकारियों के अनुसार, बस की फिटनेस 22 अक्टूबर 2025 तक की है। बस का इंश्योरेंस भी 22 सितंबर 2025 और परमिट 2027 तक का है। इसी बस का 2022 में एक चालान हो चुका हैं।

हादसे की रिपोर्ट 10 नवंबर तक भेजनी होगी

हादसे को लेकर परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग की शासन सचिव शुचि त्यागी के निर्देश पर कमेटी बनी है। अतिरिक्त जिला कलेक्टर रतन कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह जोधा, नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे के वरिष्ठ अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी निर्मल सिंह और प्रादेशिक परिवहन अधिकारी को कमेटी में शामिल किया गया है। कमेटी 10 नवंबर तक रिपोर्ट तैयार करके सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ को भेजेगी।
पीएम मोदी और भजनलाल शर्मा ने जताई संवेदना हादसे के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर घटना को लेकर संवेदना जाहिर की। प्राइम मिनिस्टर रिलीफ फंड से मृतकों घरवालों को 2 लाख और घायलों के लिए 50 हजार रुपए की घोषणा की है। वहीं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मृतकों के परिवार वालों को 5 लाख का मुआवजा और घायलों को 50 हजार रुपए देने की घोषणा की है। अस्पताल में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, कैबिनेट मंत्री सुमित गोदारा, UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा और पूर्व सांसद स्वामी सुमेधानंद घायलों से मिलने पहुंचे थे।

हादसे में 12 लोगों ने गंवाई जान

हादसे में मरने वाले 12 लोगों में लक्ष्मणगढ़ निवासी आनंद कंवर (40) पत्नी केशव सिंह, सीकर निवासी बाबूलाल (30) पुत्र आसाराम , बासनी निवासी (सीकर) गिरधर कंवर पत्नी किशन सिंह और लक्ष्मणगढ़ निवासी सोनी देवी पत्नी मिठू राम, लक्ष्मणगढ़ निवासी सरोज पत्नी सुभाष, लक्ष्मणगढ़ के सेठों की ढाणी (राजास) निवासी विनीता (32), लक्ष्मणगढ़ के वार्ड 33 निवासी सीमा वाल्मीकि (22), भूमां बासनी निवासी किरण कंवर, नेछवा के नरसास निवासी कमला (35), जाजोद निवासी बनारसी मेघवाल (55), फतेहपुर के कारंगा बड़ा निवासी नीरज उर्फ आदित्य मेघवाल (16), खाजूवाला (बीकानेर) निवासी प्रमोद सिंह (35) शामिल हैं।

30 घायलों का सीकर में चल रहा इलाज

एसके अस्पताल सीकर के सुपरिटेंडेंट महेंद्र खींचड़ ने बताया- 37 घायलों को सीकर में लाया गया था, इसमें से 7 को जयपुर रेफर कर दिया गया है। घायलों में अनिल शर्मा (28), साहिल खान (23), अमित (30), लक्ष्यराज सिंह, (5) माया (32), संजू (30), सोनिया (21), वंशिका (12), दीपिका (9), राजेश (34), सावित्री(60) , राहुल (17), पिंकी (30), ममता (32), सौम्या (30), मनीषा, जयकरण, प्रिया, राधा, गोपालराम, वर्षा, हेमंत, अंकित, संपत्ति देवी, अंकित, गुतली, अदीद, रिंकू, कनिका शामिल हैं।

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