एक महिला का नागा साधु होना हैरान करने वाला मामला ,,,, चेतन बैरवा , एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट चेतन बैरवा का कहना है कि हिंदुओं में महिला का नागा साधु होना , एक हैरान करने वाला मामला है । उन्होंने कहा कि हिंदुओं में पहले तो पुरुष ही नागा साधु हुआ करते थे लेकिन अब तो महिला नागा साधु भी बनने लग गई । यह महिला नागा साधु एकदम निर्वस्त्र है , तन पर कोई कपड़ा नहीं । क्या इस तरह की बातो के हुए बिना , हिंदू धर्म को तरक्की पर नहीं माना जा सकता था क्या ? इस निर्वस्त्र महिला साधु के साथ कोई अनहोनी घटना हो जाए तो उसका जिम्मेदार कौन होगा । इस्लाम और सिख धर्म में , ईसाई और बुध धर्म में , जैन और पारसी धर्म में तो यह सब चलता नहीं , तो क्या उन्हें धर्म नहीं माना जाएगा क्या ? क्या यह किसी राष्ट्रीय समस्या से ध्यान भटकाने का कोई नया पैंतरा तो नहीं किसी का । क्या यह महिला किसी मजबूरी में तो नागा साधु नहीं बनी है ? क्या इस तरह का कृत्य भारतीय दंड संहिता के तहत आपराधिक कृत्य तो नहीं माना जायेगा ?
क्या सुप्रीम कोर्ट को इस पर Su-moto Cognizance लेगा , इसे अश्लील हरकत मानते हुए अथवा देश के गलत दिशा में जाता हुआ मानकर । मैं सुप्रीम कोर्ट का मुख्य न्याधीश होता तो यूनियन ऑफ इंडिया को नोटिस जारी कर देता और पूछता कि आखिर यह माजरा क्या है , क्या हिंदू धर्म इसकी इजाजत देता है , हमे भी तो बताओ । मैं इस महिला साधु को ही कोर्ट में बुलाकर पूछता कि आखिर यह चक्कर क्या है , वह क्यों और किन परिस्थितियों में नागा साधु बनी । कही इसे देख कर हिंदुओं की अन्य लड़कियां भी नागा साधु बनने लग जाएंगी तो भविष्य में हिंदू समाज की स्तिथि क्या होगी , हिंदू लड़कों की शादियों कैसे होंगी और उन पर इसका क्या दुष्प्रभाव पड़ेगा ।
चेतन बैरवा , एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट , मो 85 11 31 63 41 , 6 नवंबर 2024 ,
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