राजस्थान में बर्फ की सफेद चादर बिछी:बीकानेर और चूरू में बारिश, ओले गिरे; ओलावृष्टि से खड़ी फसल हो गई आड़ी
जयपुर
राजस्थान में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के असर से शुक्रवार को बीकानेर और चूरू में बारिश के साथ ओले गिरे। चूरू जिले में शाम करीब 4 बजे तेज बारिश के साथ अचानक ओले गिरना शुरू हो गए। रतनगढ़ तहसील के कांगड़ गांव में ओलावृष्टि हुई। चूरू के कई इलाकों में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई। बीकानेर में ओलावृष्टि के कारण खेतों में खड़ी फसल नीचे गिर गई।
श्रीगंगानगर और जैसलमेर जिले के कई इलाकों में भी बारिश हुई। वहीं, जयपुर सहित प्रदेश के अधिकतर जिलों में दो दिन से बादल छाए हुए हैं। ठंडी हवा के कारण दिन के तापमान में भी एक-दो डिग्री की गिरावट हुई है।
वहीं, मौसम विभाग ने 10 जिलों में आंधी-बारिश और ओले गिरने का येलो अलर्ट जारी किया। इससे पहले, गुरुवार (27 फरवरी) को भी चूरू, श्रीगंगानगर के कुछ एरिया में इस सिस्टम के असर से हल्की बारिश हुई। बादल छाने और बारिश होने से कई शहरों में दिन के तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट हुई
35 डिग्री के करीब दिन का तापमान
पिछले 24 घंटे में श्रीगंगानगर में 2.2MM और चूरू के एरिया में 1MM से भी कम बारिश हुई। इनके अलावा श्रीगंगानगर, बीकानेर, सीकर, जयपुर, नागौर, जैसलमेर, जोधपुर, अजमेर, दौसा, भरतपुर, अलवर, झुंझुनूं, जोधपुर, पाली, बाड़मेर और कोटा संभाग के जिलों में बादल छाए। पश्चिमी राजस्थान के जिलों में कल देर शाम को तेज हवा भी चली।
मौसम के इस बदलाव से कल बाड़मेर में अधिकतम तापमान 31.6, जैसलमेर में 30.5, जोधपुर में 32.4, बीकानेर में 27.4, चूरू में 27.8, श्रीगंगानगर में 22.1, पिलानी में 24, अजमेर में 32.3, कोटा में 34.9 और उदयपुर में अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
राजधानी जयपुर में 27 फरवरी को दिनभर आसमान में बादल छाए, जिससे हल्की गर्मी और उमस जैसा मौसम रहा। जयपुर में अधिकतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ
ओलावृष्टि के बाद बिछ गई बर्फ की सफेद चादर
चूरू के सादुलपुर में शुक्रवार की शाम करीब 6 बजे हल्की बारिश के साथ 15 मिनट तक ओलावृष्टि हुई।
इलाके के धोलिया, चिमनपुरा, बेरासर छोटा और नवा सहित कई गांवों में ओलों की मार से तारामीरा, चना और सरसों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। ओलावृष्टि के बाद पूरे क्षेत्र में सफेद चादर बिछ गई।
बीकानेर जिले के लूणकरणसर इलाके के भाडैरा चक 1 बीएचएम गांव में ओले गिरने से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। एक किसान के खेत में सरसों की फसल नीचे गिर गई।
चूरू जिले की रतनगढ़ तहसील के कांगड़ गांव में दोपहर बाद ओलावृष्टि हुई। इसके बाद ठंडी हवा चलने लगी। चने के आकार के ओले गिरने से मौसम में ठंडक हो गई।
किसानों के अनुसार अगर बारिश सही होती है, तब फसलों के लिए अच्छी है। लेकिन बूंदाबांदी फसलों को खराब कर देगी।
लूणकरणसर में बारिश के साथ गिरे ओले
बीकानेर में शुक्रवार को सुबह से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। सुबह करीब 5 बजे हल्की बूंदाबांदी के बाद दोपहर में भी बारिश हुई। बीकानेर शहर के साथ ही आसपास के गांवों में भी हल्की बारिश हुई। लूणकरणसर में भी बारिश के साथ ओले गिरे। बारिश के बाद इलाके में मौसम सुहावना हो गया।
इन जिलों के लिए जारी किया था येलो अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर, अलवर, दौसा और भरतपुर जिलों में 30 से 40KM प्रतिघंटा की स्पीड से तेज हवा चलने की संभावना व्यक्त की थी। केंद्र ने इन जिलों में बादल छाने और कहीं-कहीं हल्की बारिश होने के साथ ओले गिरने की चेतावनी जारी की थी।
1 मार्च को इस सिस्टम का असर पूर्वी और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में दोपहर तक आंशिक तौर पर रह सकता है। 2 मार्च से प्रदेश में एक बार फिर मौसम शुष्क होगा और तापमान में बढ़ोतरी होगी।
