नीट स्टूडेंट ने पिता को सुसाइड करने का मैसेज भेजा:’मैं अच्छी औलाद नहीं बन पाया, अब मेरे से नहीं होता, दुनिया से जा रहा हूं’ पुलिस ने 15 मिनट में बचाया
कोटा
“मेरे को माफ करना पापा, मैं अच्छी औलाद नहीं बन पाया…” – एक नीट स्टूडेंट ने अपने पिता को यह संदेश भेजा। परीक्षा में अच्छे अंक न मिलने से छात्र चंबल नदी की ओर निकल पड़ा। बेटे का संदेश पढ़ते ही पिता ने तुरंत हेल्पलाइन पर फोन किया।
कोटा पुलिस ने तेजी दिखाते हुए मात्र 15 मिनट में नीट स्टूडेंट की लोकेशन ढूंढ निकाली और उसे सुरक्षित बचा लिया। पूछताछ में नीट स्टूडेंट ने बताया- परीक्षा में अच्छे अंक न मिलने के कारण वह यह कदम उठाने जा रहा था। अभय कमांड कंट्रोल सेंटर व कुन्हाड़ी थाने की टीम स्टूडेंट की लोकेशन ट्रेस की।
नीट स्टूडेंट के सुसाइड मैसेज से बचाव तक की कहानी
- सुसाइड नोट पिता को मिला: छत्तीसगढ़ का एक नीट स्टूडेंट कोटा में परीक्षा देने आया था। परीक्षा के बाद वह घर नहीं लौटा और 8 मई को उसने पिता को एक भावुक मैसेज भेजा – ” ‘मेरे को माफ करना पापा, मैं एक अच्छी औलाद नहीं बन पाया, जितना भी दुख दिया है, सबके लिए माफ कर देना अब मेरे से नहीं होता मैं इस दुनिया से जा रहा हूं’।” पिता ने तुरंत बेटे को फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
- पिता ने हेल्पलाइन पर संपर्क किया: पिता ने कोटा स्टूडेंट हेल्पलाइन पर संपर्क किया। सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन के नेतृत्व में पुलिस टीम तुरंत हरकत में आई। एएसपी नियति शर्मा के निर्देश पर अभय कमांड सेंटर और कुन्हाड़ी थाने की टीम ने स्टूडेंट की लोकेशन ट्रेस करना शुरू किया।
15 मिनट में पुलिस ने बचाया:
मोबाइल लोकेशन के आधार पर टीम ने स्टूडेंट को चंबल नदी के किनारे बालिता बस्ती में ढूंढ निकाला। मात्र 15 मिनट में पुलिस ने स्टूडेंट को सुरक्षित बचा लिया। बाद में पूछताछ में स्टूडेंट ने बताया कि परीक्षा में अच्छे अंक न मिलने के कारण वह यह कदम उठाने जा रहा था।
