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12वीं की छात्रा से छेड़छाड़ करने वाले लेक्चरर को मिली काले पानी की सजा, 800 KM लगाई गई ड्यूटी

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12वीं की छात्रा से छेड़छाड़ करने वाले लेक्चरर को मिली काले पानी की सजा, 800 KM लगाई गई ड्यूटी

खैरथल जिले के किशनगढ़ बास के सरकारी स्कूल में प्रैक्टिकल में नंबर देने के नाम पर छात्रा से छेड़छाड़ करने वाले शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है. इस दौरान शिक्षक का मुख्यालय अलवर से 800 किमी दूर भारत पाकिस्तान सीमा के पास जैसलमेर के सम स्कूल में तबादला किया गया है. साथ ही इस पूरे मामले की जांच पड़ताल के लिए उच्च स्तरीय अधिकारियों की एक टीम बनाई गई है. शिक्षा विभाग की तरफ से पहली बार सस्पेंड शिक्षक का मुख्यालय भारत पाकिस्तान सीमा के पास स्कूल को बनाया गया है.

आम तौर पर नेता व अधिकारी कर्मचारियों को डराने के लिए जैसलमेर और बाड़मेर ट्रांसफर करने की धमकी देते थे. क्योंकि अलवर के लोगों के लिए जैसलमेर व बाड़मेर राजस्थान का दूसरा छोर है और इसको एक तरह से काले पानी की सजा माना जाता था. इसलिए शिक्षा विभाग ने किशनगढ़ बास के सरकारी स्कूल में 12वीं की छात्रा से प्रैक्टिकल में नंबर देने के नाम पर छेड़छाड़ करने वाले शिक्षक सतीश चौधरी को निलंबित करते हुए उनका मुख्यालय भारत पाकिस्तान सीमा के पास जैसलमेर के सम स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय को बनाया गया है.

सतीश चौधरी को प्रतिदिन सम स्कूल में उपस्थिति देनी होगी. इसके अलावा इस पूरे मामले की जांच पड़ताल के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी भी बनाई गई है. जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी स्तर के अधिकारियों को लगाया गया है. इस टीम में महिला अधिकारियों को शामिल किया गया है. वो छात्रा से पूछताछ करके उसके बाद उसके बयान दर्ज करेंगी. साथ ही अपनी पूरी जांच रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय को देंगे. शिक्षा विभाग के इस एक्शन के बाद पूरे प्रदेश के शिक्षकों में यह मामला चर्चा का विषय बन गया है.

800 किलोमीटर दूर लगाया गया
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में स्कूल के प्रिंसिपल की भूमिका भी जांच पड़ताल के दायरे में है. क्योंकि परिजनों ने स्कूल के प्रिंसिपल को शिकायत दी.

लेकिन उसके बाद भी शिक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. उल्टा स्कूल के अन्य शिक्षक मामला दबाने में लग रहे. पीड़िता के परिजनों से मुलाकात करके मामला रफादफा करने की बात कहते रहे. मंत्री के आदेश के बाद शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा यह आदेश जारी किया गया. आमतौर पर शिक्षक के निलंबन के बाद इसका मुख्यालय या तो आसपास के जिलों में किया जाता है. शिक्षा विभाग के निदेशालय को मुख्यालय बनाया जाता है. पहली बार मुख्यालय शिक्षक के स्कूल व घर से 800 किलोमीटर दूर जैसलमेर के सरकारी स्कूल को बनाया गया है.

शिक्षा मंत्री हरकत में आए
किशनगढ़ बास के सरकारी स्कूल के प्रोफेसर द्वारा शिक्षा के मंदिर को कलंकित करने के मामले को खबर छपने के बाद शिक्षा विभाग व शिक्षा मंत्री हरकत में आए और उन्होंने तुरंत आनन फानन में शिक्षक को निलंबित किया.

क्या था पूरा मामला
किशनगढ़ बास के सरकारी स्कूल में फिजिक्स के टीचर ने प्रैक्टिकल में ज्यादा नंबर देने के नाम पर 12वीं की छात्रा के साथ छेड़खानी की. लंबे समय से शिक्षक छात्र को परेशान कर रहा था. उसको अकेले लैब में लेकर जाता और वहां उसके साथ छेड़छाड़ करता था. शिक्षक ने छात्रा से संबंध बनाने का दबाव बनाया. तो परेशान छात्रा ने मामले की सूचना परिजनों को दी. परिजनों ने मामले में एफआईआर दर्ज करवाई व स्कूल के प्रिंसिपल को भी शिकायत की थी.

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