स्कूल से निकाला तो तीसरी-मंजिल से कूदा 10वीं का स्टूडेंट:बैग में सिगरेट मिली थी; पिता बोले-ढेरों मेडल जीते थे, माफी मांगी, लेकिन स्कूल नहीं माना
कोटा
कोटा में 10वीं के छात्र ने स्कूल से निकाले जाने पर तीन मंजिला घर की छत से कूदकर सुसाइड कर लिया। बच्चे के पिता का आरोप है कि स्कूल में किसी सहपाठी ने उसके बैग में सिगरेट रख दी थी।
इसके बाद मैनेजमेंट ने उसे स्कूल से निकाल दिया। हमने लाख मिन्नतें कीं, लेकिन स्कूल में वापस एंट्री नहीं दी। वह स्पोट्र्स में अच्छा था। उसका खेलना भी बैन कर दिया। मामला आरकेपुरम थाना इलाके का बुधवार रात 8 बजे का है।
बच्चे की मौत के बाद घर के बाहर पिता उसके मेडल दिखाते हुए बोले- कराटे में इतने मेडल लाता था बेटा। कभी देखें हैं इतने मेडल।
स्कूल से निकाले जाने पर डिप्रेशन में था
आरकेपुरम थाना के CI अजीत बागडोलिया ने बताया- कोटा के तलवंडी स्थित DAV स्कूल में पढ़ने वाले 10वीं क्लास के स्टूडेंट भावेश (16) पुत्र रविंद्र वर्मा ने तीन मंजिला मकान की छत से कूद कर आत्महत्या कर ली। परिजन का आरोप है कि स्कूल मैनेजमेंट ने उसे सस्पेंड कर दिया था। इससे वह डिप्रेशन में चला गया था।
गुरुवार सुबह परिजन ने न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी के बाहर हंगामा कर दिया था। उन्होंने बॉडी का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था। उनकी मांग थी कि पहले स्कूल प्रबंधन को मौके पर बुलाया जाए और उन पर कार्रवाई हो। हालांकि, बाद में समझाने पर परिजन मान गए। पोस्टमॉर्टम के बाद शव उन्हें सौंप दिया गया। परिजन की शिकायत पर परिवाद दर्ज किया है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
दोस्त ने स्कूल बैग में रख दी थी सिगरेट
भावेश के दादा राधाकिशन ने बताया- 1 सितंबर को मेरे पोते को स्कूल से निकाल दिया गया था। हमें मिली जानकारी के अनुसार, भावेश के किसी दोस्त ने उसके बैग में धूम्रपान की सामग्री (सिगरेट) रख दी थी
क्लास में टीचर को भावेश के बैग में स्कूल में प्रतिबंधित सामग्री होने का पता लगा तो उसे प्रिंसिपल के पास ले जाया गया। इसके बाद हमें जानकारी दी और उसे स्कूल से सस्पेंड कर दिया गया।
दादा ने बताया- इस बीच एग्जाम भी शुरू हो गए। घरवालों ने स्कूल प्रबंधन के आगे मिन्नतें कीं, तब जाकर उसे एग्जाम में बैठने दिया, लेकिन उसके बाद फिर स्कूल में एंट्री नहीं दी गई।
पिता बोले- माफी मांगी, पर स्कूल ने एंट्री देने से कर दिया इनकार छात्र के पिता रविंद्र वर्मा जोधपुर रूरल में सीएचसी में असिस्टेंट रेडियोग्राफर हैं। उन्होंने बताया- भावेश के साथ उसके दादा-दादी बुधवार को फिर से स्कूल पहुंचे। दादी ने स्कूल प्रिंसिपल के सामने हाथ जोड़े। भावेश और दादा-दादी ने माफी मांगी। दोबारा किसी तरह की गलती नहीं होने की बात कही। लेकिन, स्कूल मैनेजमेंट ने बच्चे को एंट्री देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद भावेश और दादा-दादी घर आ गए। रात करीब 8 बजे भावेश मकान की छत पर गया और नीचे कूद गया। हमने उसे तलाश किया तो कहीं नहीं मिला। फिर छत पर जाकर पीछे की तरफ देखा तो वह नीचे गिरा हुआ नजर आया।
स्कूल मैनेजमेंट ने साधी चुप्पी मामले में स्कूल प्रबंधन से बात करने की कोशिश की। कॉल और मैसेज किए गए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
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