November 14, 2024

Kal Ka Samrat News India

हर खबर पर नज़र

देवली-उनियारा में पथराव, गाड़ियों में आग लगाई:निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के समर्थकों का हंगामा; पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे

देवली-उनियारा में पथराव, गाड़ियों में आग लगाई:निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के समर्थकों का हंगामा; पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे

टोंक

देवली-उनियारा विधानसभा के समरावता गांव में पुलिस और निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के समर्थक आमने-सामने हो गए। नरेश मीणा अपने समर्थकों के साथ मतदान केंद्र के सामने धरने पर बैठे थे। पुलिस को बूथ से मतपेटियां रवाना करनी थी। इसके लिए बूथ के सामने से भीड़ को हटाने आ रही थी। इसी दौरान नरेश मीणा के समर्थकों ने पथराव कर दिया और गाड़ियों में आग लगा दी।

पथराव की एसपी की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हुई है।

पुलिस ने लोगों को खदड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। पथराव में 1 पुलिसकर्मी समेत कई लोग चोटिल हुए हैं। धौलपुर से एसटीएफ और चुनाव में लगाए गए आसपास के सुरक्षाबलों को भी यहां तैनात कर दिया है। इस दौरान मौके पर अफरा-तफरी मच गई।

दरअसल, निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने समरावता गांव में दोपहर करीब 1 बजे सेक्टर मजिस्ट्रेट (मालपुरा एसडीएम) अमित चौधरी के थप्पड़ मार दिया। मीणा की वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों से भी हाथापाई हुई थी। नरेश मीणा पर जबरन पोलिंग बूथ में घुसने का आरोप लगा। नरेश मीणा ने कहा- गांव के लोगों की उपखंड मुख्यालय बदलवाने की मांग को लेकर वोटिंग का बहिष्कार किया था, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी जबरन लोगों को धमकाकर वोट डलवा रहे थे। मैंने इसी बात का विरोध किया था।

मामला इतना बढ़ गया था कि मौके पर मौजूद पुलिस ने नरेश मीणा को बूथ से बाहर कर दिया। नरेश मीणा समर्थकों के साथ दोपहर करीब 2 बजे मतदान केंद्र के बाहर धरने पर बैठ गए थे। उनका कहना था- जब तक लिखित में इस गांव को देवली में शामिल करने का आश्वासन नहीं मिल जाता, वे धरने पर बैठे रहेंगे।
नरेश मीणा के धरने के बीच इस बूथ पर दोपहर करीब 3.30 बजे मतदान शुरू हुआ था, जो रात 7.45 बजे तक चला था। मतदान खत्म होने के बाद पोलिंग पार्टियों को रवाना करने के लिए पुलिस नरेश मीणा के समर्थकों को हटाने आई थी।

साढ़े तीन बजे शुरू हुई वोटिंग नरेश मीणा ने आरोप लगाया- जबरन वोट डलवाने की जानकारी मिली तो मैं मौके पर पहुंचा। वहां मौजूद कर्मचारी ने बदतमीजी की। इसके बाद मैंने थप्पड़ मार दिया। नरेश मीणा ने धमकाया कि कोई कर्मचारी बीजेपी का एजेंट बनकर काम करेगा तो उसका यही हाल होगा। हालांकि अधिकारियों के समझाने के बाद करीब साढ़े आठ घंटे बाद दोपहर साढ़े तीन बजे वोटिंग शुरू हुई।

सवा साल पहले तहसील और उपखंड बदल दिया था

गांव के लोगों ने बताया कि कचरावता ग्राम पंचायत के समरावता गांव को उनियारा तहसील से करीब सवा साल पहले नगर फोर्ट तहसील में कर दिया। SDM कार्यालय देवली कर दिया गया था। देवली की दूरी करीब 100 किलोमीटर है जबकि नगर फोर्ट की 25 से 30 ​किलोमीटर है। इसके बाद से ही इसका विरोध शुरू हो गया था।
गांव के लोग तहसील और एसडीएम मुख्यालय उनियारा करने की मांग कर रहे थे। इसे लेकर विधानसभा चुनाव में भी मतदान का बहिष्कार किया था। जब मांग पूरी नहीं हुई तो बुधवार को वे पोलिंग बूथ से 200 मीटर दूर धरने पर बैठ गए। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को इसकी जानकारी मिली तो वे भी धरने पर पहुंचे और ग्रामीणों के साथ वहीं बैठ गए।
दोपहर करीब 1 बजे मतदान केंद्र पर ड्यूटी दे रही कचरावता की आशा सहयोगिनी चित्रा मीणा ने बाहर धरने पर आकर लोगों से कहा कि उसे और दो अन्य लोकल कर्मचारियों को सेक्टर अधिकारी ने नौकरी से हटाने की धमकी देकर जबरन वोट डलवा दिया। यह सुनते ही निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा बूथ पर चले गए और सेक्टर अधिकारी से बहस करने लगे।
नरेश मीणा का कहना है कि मैं बूथ पर पहुंचा और जबरन वोट डलवाने का पूछा तो वहां मौजूद कर्मचारी मुझसे बदतमीजी करने लगा, जिसके बाद मैंने थप्पड़ मार दिया। वे बोले- कोई भी कार्मिक बीजेपी का एजेंट बनकर काम करेगा तो ऐसा ही हश्र होगा। ग्रामीणों की वाजिब मांग के लिए चाहे मेरी जान चली जाए। पुलिस सेक्टर मजिस्ट्रेट के जबरन वोट दिलाने का मामला दर्ज करे और सस्पेंड करे।

मुझसे जबरन वोट दिलवाया आशा

सहयोगिनी चित्रा मीणा ने बताया- मेरी आज मतदान केंद्र पर ड्यूटी थी। SDM (सेक्टर मजिस्ट्रेट) ने जबरन मुझसे और दो अन्य लोकल कर्मचारियों से वोट डलवाया। जबकि मैंने कहा था कि मैं गांव वालों के साथ हूं। मैं भी चाहती हूं कि मेरा गांव उनियारा में जुड़े

एसपी बोले- कार्रवाई की जाएगी

इधर, एसडीएम को थप्पड़ मारने के बाद मामला बढ़ गया। सूचना मिलने पर एसपी विकास सांगवान मौके पर पहुंचे। एसपी ने लोगों को वोट डालने के लिए भी समझाया। वहीं, थप्पड़ मामले में उनका कहना है कि इस मामले में ​कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

आचार सं​हिता हटने के बाद नाम जोड़ने का होगा प्रयास:

कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने बताया कि समरावता में ग्रामीण अपने गांव को देवली तहसील से हटवाकर उनियारा तहसील में जोड़ने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार कर धरने पर बैठे थे। इसमें निर्दलीय प्रत्याशी भी शामिल थे। बूथ पर जाकर निर्दलीय प्रत्याशी ने सेक्टर मजिस्ट्रेट अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया। इस मामले में अमित चौधरी की ओर से जो भी रिपोर्ट आएगी, उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर ने ग्रामीणों की मांग को लेकर कहा कि अभी आचार संहिता लगी हुई है। चुनाव के बाद इस गांव को उनियारा से जुड़वाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा। पहले भी ऐसे कई गांवों को जोड़ा गया है और इसका भी प्रस्ताव भेजकर जुड़वा देंगे। गौरतलब है कि इस गांव में करीब 800 से ज्यादा वोटर हैं। आबादी करीब 1200 है। उनियारा मुख्यालय इस गांव से 15 किलोमीटर दूर पड़ता है।

RAS एसोसिएशन ने हड़ताल की चेतावनी दी

देवली-उनियारा से निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा के SDM को थप्पड़ मारने की घटना पर RAS एसोसिएशन ने नाराजगी जताते हुए पैन डाउन हड़ताल की चेतावनी दी है। RAS एसोसिएशन ने नरेश मीणा को गिरफ्तार करने की मांग की है।

You may have missed