September 19, 2024

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जनता सर्वोपरि है , भाजपा जीत कर भी हार गई , कांग्रेस हार कर भी जीत गई

आज लोकसभा के नतीजे आए मुझे इस तरह के नतीजों का एहसास था मेने पूर्व में भी लिखा था मोदीजी ओवरकॉन्फिडेंस कही मार न जाएं , शुक्र है की अभी nda बहुमत में है परंतु ये बहुमत nda का है भाजपा का नही , अभी भी इसमें सेंध लगाने का प्रयास indi गठबंधन करेगा क्युकी जो मुख्य पार्टी nda के साथ है टीडीपी और जेडीयू दोनो पूर्व में इंडी गठबंधन के साथ थे बाद में वे nda में आए , इंडी गठबंधन प्रयास पूरा करेगा इनको साथ लेकर या इनको बड़ा लालच देकर अपने साथ मिलाने का परंतु कामयाब हो पाएगा ये कहना मुश्किल है

मोदीजी के साथ पहली बार मुश्किल हालात पैदा होने वाले है क्युकी अब वे अकेले के दम पर नही बल्कि कई बैशाखियो पर चलेंगे इससे पूर्व दोनो बार भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला था और भाजपा ने अपने साथी दलों को कोई तवज्जो देना गवारा नहीं समझा नतीजा कई दल साथ छोड़ गए जैसे अकाली दल और भी कई अन्य दल , अकाली दलों के जाने से ये हुआ की आज पंजाब में भाजपा की एक भी सीट नहीं है , ये तो ओडिसा और आंध्र प्रदेश ने लाज रख ली वरना भाजपा सरकार तो गई हुई थी

इसका कारण है नेताओ का ओवरकॉन्फिडेंस और अकेले मोदी के दम पर चुनाव लडना , 400 पार का नारा भी आत्मघाती साबित हुआ ,सबसे बड़ा कारण रहा वोटर की बेरुखी इस बार वोटर परेशान था जो भाजपा का वोटर है वो ही उसकी नीतियों से सबसे ज्यादा परेशान था जिसमे एक बड़ा कारण है gst , व्यापारी वर्ग gst के प्रावधान और इसकी कमियो से इतना परेशान है की उसने इस बार वोट ही नही किया वो कांग्रेस या दूसरे दलों को वोट देना नही चाहता और भाजपा से परेशान था इसीलिए उसने वोट नही देना ही उचित समझा , इससे वोट प्रतिशत काफी गिरा ,दूसरा कारण आर्थिक नीतियां इतनी खराब है जिससे आम आदमी को बहुत परेशानी है

अब जब मोदीजी अपने दम पर नही बल्कि साथी दलों के सहारे चलेंगे , अब वे अपनी मनमानी नही कर पायेंगे , इससे सबक लेने की आवश्यकता है और चिंतन ध्यान करने की भी क्युकी हिंदू मुस्लिम ही हर बार जीत का पैमाना नहीं बनेगा जीत तो जनता से जुड़े मुद्दों पर नरम होकर चलने से ही होगी

खुद मोदीजी की मात्र 1.5 लाख से जीत बताती है की उन्हें अब आत्मचिंतन की बहुत आवश्यकता है

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