September 19, 2024

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चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग में गुणात्मक सुधार के लिए इंडियन मेडिकल सर्विस को तत्काल लागू करने की मांग*

चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग में गुणात्मक सुधार के लिए इंडियन मेडिकल सर्विस को तत्काल लागू करने की मांग*

अजमेर। 

वरिष्ठ प्रोफेसर और संस्थापक मुख्य संरक्षक एनएमओ डॉ. धनाकर ठाकुर ने प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी की तीसरी पारी और श्री जेपीनड्डा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बनाए जाने पर बधाई देते हुए शुभकामना संदेश में डॉक्टरों के समर्थन में लंबित 11 सूत्रीय मांग रखी है। 

डॉ ठाकुर ने चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग में गुणात्मक सुधार के  लिए आवश्यक है कि मोदी सरकार अब संघनिष्ठ पूज्य गुरुजी गोलवलकर का सपना सार्थक करें । डॉ ठाकुर सेक्टर 9 द्वारका दिल्ली में आयोजित

नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन की  केंद्रीय कार्यकारिणी कमेटी को संबोधित कर रहे थे जिसमें  निम्न प्रस्ताव पारित  किए गए ।

1. इंडियन मेडिकल सर्विस आईएएस की तरह फिर पुनर्स्थापित हो जो 1947 तक था। केंद्र और प्रदेशों में एक डॉक्टर को ही स्वास्थ्य मंत्री बनाया जाए, जो स्वर्गीय गुरु गोलवलकर जी का भी सपना था। मंत्री का विशेष अधिकारी भी एकआईएएस में नियुक्त डॉक्टर हो ।

2.  स्वास्थ्य बजट को हर साल एक प्रतिशत बढ़ाया जाए जिससे वह 10 साल में 10% तक बढ़ सके ।

3. जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों को स्वास्थ्य विभाग और बड़े प्राइवेट अस्पतालों में प्रशासनिक जिम्मेदारी। क्लिनिकल विशेषज्ञो को जिला अथवा राज्य स्तरों की बैठकों से मुक्त रखें ताकि मरीजों को यथासंभव यथा उचित इलाज मिल सके ।

4. प्राइवेट एवं गवर्नमेंट मेडिकल एवं डेंटल कॉलेज में फैकल्टी की अटेंडेंस के लिए थंब इंप्रेशन की बजाय फेस बायोमेट्रिक आईडेंटिफिकेशन अनिवार्य करना चाहिए और लेक्चर्स, क्लिनिक पोस्टिंग की ऑनलाइन मॉनिटरिंग भी होनी चाहिए ताकि फर्जीवाड़ा पर अंकुश लगे । जो कॉलेज मानक नही पूरा करते उन्हें मेडिकल स्कूल में बदल दिया जाए या सीट 50 तक  कर दिया जाए या प्रवेश  बंद कर दिया जाए ।

5. केंद्र सरकार द्वारा जल्द से जल्द एंटी हरासमेंट बिल फॉर यूजी, पीजी स्टूडेंट्स लाये, जिससे  मेडिकल छात्रों का शोषण और आत्महत्या की प्रवृर्ती को रोका जा सके । 

6. मेडिकल कॉलेजों में फैकल्टी के लिए एनएमसी द्वारा केंद्र और राज्य सरकारों में अलग से  ग्रीवांस सेल की  स्थापना की जाए। इसके लिए ऑनलाइन मॉनिटरिंग  की प्रक्रिया पारदर्शी हो और शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई हो । 

7. सभी मेडिकल उपकरणों एव महत्वपूर्ण दवाओं के ऊपर से जीएसटी पूरी तरह समाप्त की जाए।

8. सभी सरकारी योजनाओं के अंतर्गत कंसल्टेशन, ट्रीटमेंट चार्ज एवं इन्वेस्टिगेशन के रेट निर्धारण के लिए एक निष्ठावान समाजसेवी डॉक्टरों की एक्सपर्ट कमेटी बनाई जाए।

9.एडवोकेटों की तरह डॉक्टरों को भी कंज्यूमर प्रोटक्शन एक्ट से बाहर किया जाए एवं डॉक्टरों की सुरक्षा और शिकायत  के लिए एक मजबूत मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लाया जाए।

10.  प्रांत में सभी मेडिकल कॉलेज एवं डेंटल कॉलेज में जूनियर रेजिडेंट एवं सीनियर रेजिडेंट की सैलरी को एक समान किया जाए । एमबीबीएस को एमएससी के समतुल्य मान कर सैलरी तय की जाय एक इंटर्न के लिए और सालाना इंक्रीमेंट हर साल पोस्ट ग्रेजुएट को जोड़ते रहें जिससे हर समय के होनेवाले हड़तालों को रोका जाय ।

एमडी/एमएस को पीएचडी के बराबर और डीएम/एमसीएच को डीएससी के बराबर माना जाय ।

11.इन सर्विस और कॉलेज शिक्षकों की वेतन और रिटायरमेंट विसंगति दूर हो और तीन साल का बैचलर ऑफ मेडिसिन कोर्स जिला अस्पतालों में शुरू हो जिससे सभी पैरा डॉक्टर पोस्ट भरे जाएं ।

एनएममो द्वारा बुलाई गई विशेषज्ञ  बैठक में अजमेर से वरिष्ठ जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ लाल थदानी और भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के डॉ कुलदीप शर्मा आमंत्रित थे और उनके सुझावों को अहमियत देते हुए उनका स्वागत किया गया । बैठक में एनएमओ के संस्थापक और मुख्य संरक्षक वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. धनाकर ठाकुर 40 साल से अधिक की स्वास्थ्य सेवाओं की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए शाल औढ़ा कर सार्वजनिक  अभिनंदन किया गया । 

केंद्र कार्यकारिणी की बैठक में उपस्थित विशेषज्ञों में डॉ. प्रकाश कुमार पांडेेय, संयुक्त सचिव डॉ. विकास कुमार, कार्यकारिणी सदस्य डॉ. मनीष कुमार, डॉ राकेश कुमार एवं आमंत्रित सदस्य सतीश सिंह, आसिफ रजा उपस्थित रहे और उनका मोतियों की माला पहनाकर स्वागत किया गया । 

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