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एक महिला की हत्या, जिसने बदला अंतिम संस्कार का नियम:दाह संस्कार करवाने के लिए 5 लोगों की लगेगी आईडी, जानें क्यों SP ने की मांग

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एक महिला की हत्या, जिसने बदला अंतिम संस्कार का नियम:दाह संस्कार करवाने के लिए 5 लोगों की लगेगी आईडी, जानें क्यों SP ने की मांग

जयपुर
राजस्थान में हुई एक महिला की हत्या के बाद अब नगर निगम को अपना नियम बदलना पड़ा है। जयपुर में अब श्मशान और कब्रिस्तान में मृतक के अंतिम संस्कार या सुपुर्द ए खाकर करने के लिए पांच लोगों की आईडी देनी पड़ेगी। इसमें मृतक की आईडी भी शामिल होगी। ये वे पांच लोगों होंगे जो मृतक के अंतिम संस्कार में शामिल हो।

जयपुर नगर निगम ने इस संबंध में आदेश जारी किए है। ये आदेश बीकानेर के चर्चित मोनालिसा हत्याकांड के बाद जारी किए गए हैं। इसके लिए पिछले दिनों बीकानेर के एडिशनल एसपी ने जयपुर कलेक्टर को पत्र भी लिखा था।

नगर निगम जयपुर हैरिटेज के कमिश्नर विश्राम मीणा ने आदेश जारी करते हुए लिखा- जयपुर शहर में संचालित श्मशान और कब्रिस्तान में अंतिम क्रियाकर्म के बाद कई मृतकों का रिकॉर्ड नहीं तैयार किया जाता। इससे गलत काम और मृतकों की सही जानकारी उपलब्ध नहीं होती। इसके अलावा यहां लकड़ी बेचने या अन्य क्रियाकर्म का सामान बेचने वालों का भी रिकॉर्ड रखा नहीं जाता।

ऐसे में उन्होंने सभी का रिकॉर्ड रखने के साथ ही यहां क्रिया कर्म के लिए जाए जाने वाले मृतक व्यक्ति की पहचान के लिए उसकी आईडी, उसके किसी परिजन की आईडी के साथ ही उस क्रियाकर्म में शामिल होने वाले कम से कम 5 लोगों की आईडी लेना जरूरी होगा। फिलहाल ये नियम जयपुर हैरिटेज की तरफ से ही जारी किया गया है।

जयपुर नगर निगम हैरिटेज ने जारी किया आदेश।
जयपुर नगर निगम हैरिटेज ने जारी किया आदेश।
आदेश में ये पांच पॉइंट अहम

नगर निगम जयपुर हेरिटेज द्वारा संचालित सभी श्मशान घाटों मे अंतिम संस्कार का पूर्ण रिकार्ड बनाया जाये।
श्मशान घाट मे कार्य करने वाले यथा लकड़ी बेचने वाले क्रियाकर्म करवाने वाले, दाह संस्कार से संबंधित अन्य सामग्री बेचने वाले के द्वारा भी रिकार्ड नहीं बनाया जाता है। इनके द्वारा भी दाह संस्कार सामग्री लेने वाले का रिकार्ड रखा जाये।
श्मशान घाट में जितने भी लोगों का दाह संस्कार होता है। मृतक की पहचान सुनिश्चित होने के बाद दाह संस्कार किया जाए।
दाह संस्कार में शामिल कम से कम 5 लोगों के पहचान संबंधी दस्तावेज लिये जाकर रिकार्ड लिया जाए।
दाह संस्कार से संबंधित रिकार्ड प्रतिमाह नगर निगम में जमा करवाया जाए।
मोनालिसा की दिनांक 5 फरवरी 2021 को ओमेक्स सिटी जयपुर में हत्या कर दी की थी। हत्या के सबुतो को नष्ट करने के लिये नेचुरल मौत बताते हुये नगर निगम जयपुर के सोडाला पुरानी चुंकी स्थित मोक्ष धाम मोनालिसा दाह संस्कार कर दिया गया। अनुसंधान के दौरान उक्त शमशान घाट से जब दाह संस्कार का रिकॉर्ड मांगा था। जो उपलब्ध नहीं था। इससे यह पाया गया कि कोई भी अपराधी किसी की हत्या करके उसका नगर निगम द्वारा संचालित किसी भी श्मशान घाट में दाह संस्कार कर दे तो उसका रिकॉर्ड ही उपलब्ध नहीं होता है। इससे प्रकरण का अनुसंधान भी प्रभावित होता है। इसलिये आप नगर निगम जयपुर को उसके द्वारा संचालित श्मशान घाट में किए गये दाह संस्कार का रिकॉर्ड तैयार करवाने का आदेश देने का कष्ट करें।

​​अभी ​केवल दो आईडी लेते है
वर्तमान में जयपुर शहर के श्मशान और कब्रिस्तान में लाए जाने वाले मृतक की आईडी के अलावा उसके किसी एक परिजन की आईडी ली जाती थी। ताकि उसका डिटेल मृतक के मृत्यु प्रमाण पत्र के आवेदन पत्र में भरकर नगर निगम भिजवाई जा सके। लेकिन अब नगर निगम ने 5 अन्य लोगों की आईडी भी लेने के निर्देश दिए है।

फरवरी 2021 मोनालिसा की उसके पति ने हत्या कर दी थी।
फरवरी 2021 मोनालिसा की उसके पति ने हत्या कर दी थी।
इसलिए जारी किया आदेश
बीकानेर की रहने वाली मोनालिसा की फरवरी 2021 में उसके पति भवानी सिंह ने जयपुर में अजमेर रोड स्थित एक फ्लैट में हत्या कर दी थी। हत्या के बाद भवानी सिंह ने मोनालिसा के शव का दाह संस्कार अजमेर रोड स्थित सोडाला स्थित श्मशान घाट में कर दिया। परिजनों को मौत के कारण कोरोना होना बताया। परिजनों को जब शक हुआ तो उन्होंने इसको लेकर साल 2022 में इस्तगासे के जरिए बीकानेर में हत्या का केस दर्ज कराया। फिर पुलिस ने मोनालिसा का बैकग्राउंड और भवानी की कुंडली खंगाली तो पूरा सच सामने आया। जांच में जब पुलिस सोडाला स्थित श्मशान पहुंची और वहां से मोनालिसा की हत्या के संबंध में रिकॉर्ड मांगा तो वहां कोई रिकॉर्ड नहीं था। इसके बाद पुलिस ने पिछले दिनों जयपुर कलेक्टर को पत्र लिखा था।

इसलिए की थी हत्या
मोनालिसा की बीकानेर में जयपुर रोड पर करोड़ों रुपये की जमीन थी। भवानी सिंह की नजर मोनालिसा की इसी जमीन पर थी, जिसे हड़पने के लिए उसने मोनालिसा को अपने प्रेमजाल में फंसाया। मनोलिसा का विश्वास जीतने के बाद भवानी उसके साथ साल 2020 में जयपुर में लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे, जबकि भवानी पहले से शादीशुदा था। इस बीच जब भवानी को पता चला कि मोनालिसा ने एक जमीन का करीब 70 लाख में सौदा किया है। उसने उसे मारने का प्लान बना डाला। भवानी ने मोनालिसा से शादी कर ली। भवानी ने पांच फरवरी 2021 को दूध में नींद की गोलियां मिला कर मोनालिसा को पिला दिया। उसके बाद जब वह बेहोश हो गई तो तकिए से उसका मुंह दबाकर उसे मार दिया।

करोड़ों की प्रॉपर्टी के लिए कर दी पत्नी की हत्या:पति ने कहा था- कोरोना से हुई मौत; दो साल बाद हुआ मर्डर का खुलासा

बीकानेर की एक महिला की उसके पति ने हत्या कर दी और परिवारवालों को बता दिया कि कोरोना की वजह से उसकी डेथ हो गई है। महिला के मां-बाप को इस पर यकीन नहीं हुआ और पुलिस को शिकायत देकर मर्डर की आशंका जताई। करीब दो साल तक पुलिस ने इस शिकायत पर गौर नहीं किया। मां-बाप पुलिस महानिदेशक( डीजीपी) के पास पहुंचे। डीजीपी के निर्देश के बाद पूरे मामले की नए सिरे से जांच हुई तो पता चला कि महिला की जान कोरोना ने नहीं, उसके पति ने ही ली थी।

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