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बच्चों को बंटना है सत्रांत सूखा राशन, 80 हजार ने अन्यत्र प्रवेश लिया, उन्हें ढूंढ़कर बांटना चुनौती

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2.70 लाख बच्चों को बंटना है सत्रांत सूखा राशन, 80 हजार ने अन्यत्र प्रवेश लिया, उन्हें ढूंढ़कर बांटना चुनौती

कोरोना काल में मिड डे मील बंद कर कॉम्बो पैक शुरू किया था, अब 3 साल बाद फिर याद आया

जोधपुर

शिक्षा विभाग ने कोरोना काल में मिड डे मिल बंद कर कोम्बो पैक योजना शुरू की थी। इसके तहत स्टूडेंट्स को कोम्बो पैक के तहत सूखी राशन सामग्री बांटी जाती थी। अब अब तीन साल विभाग को फिर कोम्बो पैक याद आया है। 2.70 लाख बच्चों को सत्रांत में सूखा राशन बांटना है। मगर 80 हजार बच्चे प्रमोट होकर अन्यत्र स्कूलों में प्रवेश ले लिया है। अब इन बच्चों को तलाशना शिक्षकों के लिए चुनौती बन गया है।
गौरतलब है कि कोरोनाकाल में स्कूलों में बंद किए गए मिड-डे-मील के बदले विद्यार्थियों के लिए शुरू की गई सूखी राशन सामग्री का कोम्बो पैक शिक्षा विभाग सत्र 2021-22 में जिले में पढ़ने वाले 2 लाख 70 हजार बच्चों को बांटने जा रहा है। यह कोम्बो पैक दिसंबर 2021 से मार्च 2022 तक के पहली से आठवीं कक्षा में पढ़ने वालेे छात्र-छात्राओं को उनके घर जाकर देेने थे। जो अब स्कूलों में पहुंचे हैं और रिजल्ट बनाने के साथ अब शिक्षकों को इन कोम्बो पैक को बच्चों तक पहुंचाना है। गंभीर बात यह है कि कोरोना में पोषाहार की जगह कोम्बो पैक लेने वाले अधिकतर बच्चे दूसरी स्कूलों में चले गए हैं या प्रमोट होकर दूसरी कक्षाओं में बैठ गए हैं। वहीं बालिका स्कूलों में कहीं पांचवीं तो कहीं आठवीं कक्षा तक ही बॉयज को पढ़ने की अनुमति होती है। वे भी स्कूल छोड़ गए हैं। ऐसे में अब शिक्षकों के लिए ऐसे बच्चों को ढूंढ़कर उनको कोम्बो पैक देना मुसीबत बन गया है।

ये सामग्री दी जाती है

हल्दी पाउडर400 ग्राम
जीरा50 ग्राम
नमक1 किलोग्राम
लाल मिर्च300 ग्राम
धनिया पाउडर400 ग्राम
चना दाल500 ग्राम
मूंग दाल1 किलोग्राम
खाद्य तेल सोयाबीन500 लीटर

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