खुली लूट किसकी कृपा से मिल रही छूट
चित्तौड़गढ़- निम्बाहेड़ा कृषि उपज मंडी में टैक्स गबन का बड़ा मामला
राजस्थान के दूसरे सबसे टॉप लेवल कि धान मंडी में हर महीने करोड़ों रूपये का टैक्स चोरी करके राजस्थान सरकार को लगाया जा रहा चुना
क्षेत्र कि सबसे बड़ी एवं नामी कृषि उपज मंडी के जिम्मेदार कर्मचारीयों एवं व्यापारीयों कि मिलीभगत से कि जा रही है हर महीने बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी कृषि मंडी के कई व्यापारी द्वारा पक्के बिल कि जगह किसानो को कच्ची रसीद दी जाती है
ऐसे कई दिग्गज व्यापारी है जिनके हर महीने करोड़ों रूपये का माल ख़रीदा व बेचा जाता है जिसमें मंडी कर्मचारीयों से सांठगांठ करके मूल खरीद को छुपाकर कुछेक बिल सार्वजनिक करके खानापूर्ति करदी जाती है जिससे एक व्यापारी को सालाना 50 से 90 लाख तक के टैक्स में हेराफेरी होती है
ऐसे एक नहीं कई बड़े व्यापारी है जो बड़ी आसानी से सरकार को बहूत बड़े अस्तर पर चुना लगा रहे है,
अगर ईमानदारी से टैक्स लिया जायें ओर सरकार को दिया जायें तो यह मंडी राजस्थान के एक नंबर पर आ सकती है, आय, व्यय कि जानकारी के साथ कितना माल खरीदा ओर कितना बेचा अगर इसका सम्पूर्ण ब्यौरा सार्वजनिक किया जाएगा पूर्ण रूप से जाँच कि जाएगी तो एक-एक व्यापारी का करोड़ों रूपये का टैक्स वसूला जा सकता है ओर ईतना ही बकाया निकाला जा सकता है,
माननीय उपखण्ड अधिकारी जी से निवेदन के साथ आग्रह है कि कृषि उपज मंडी में होने वाले आय व्यव एवं सम्पूर्ण खरीद का ब्यौरा खांगले ओर मंडी टैक्स चोरी करने वाले व्यापारी का लाइसेंस निरस्त करें जिससे वर्तमान सरकार को लाभ होगा ओर अन्य टैक्स चोरी करने एवं करवाने वाले सहयोगियों कि भी अकल ठिकाने आएगी ओर सरकार को लाभ होगा, दोषी कर्मचारीयों ओर व्यापारीयों पर कठोरता होगी कार्यवाही तो होगा होगा बड़ा खुलासा
भृष्ट कर्मचारी घर बैठेंगें टैक्स चोरी करने वाले व्यापारीयों के लाइसेंस निरस्त होंगें
कृषि उपज मंडी में पिछले 20 वर्षो से एक ही अधिकारी स्थाई रूपसे कब्ज़ा करके बैठा हुआ है सारी गणित यही से बैठती है
