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पहले दिल्ली ले जाएंगे फिर विशेष विमान से भेजेंगे इजराइल; पूरे रास्ते की वीडियोग्राफी होगी

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पुष्कर से चेन की बॉडी लौटेगी अपने वतन:पहले दिल्ली ले जाएंगे फिर विशेष विमान से भेजेंगे इजराइल; पूरे रास्ते की वीडियोग्राफी होगी

अजमेर

इजराइली नागरिक चेन की पुष्कर में सदमे से मौत के बाद आज दिल्ली से इजराइल एम्बेसी के प्रतिनिधि यहां पहुंचे। पुष्कर थाना पुलिस को पूरी फॉर्मेलिटी पूरा करने में 9 घंटे का समय लगा। इसके बाद बॉडी को उन्हें सुपुर्द कर दिया गया। इस बीच चेन के लिए पर्यटक दोस्तों और धर्म गुरु ने मॉर्च्युरी में प्रार्थना की। मॉर्च्युरी के बाहर बैठे चेन के साथियों ने पोस्टमॉर्टम करने से साफ इनकार कर दिया था। उसके साथी, मॉर्च्युरी के बाहर ही दो दिनों तक बैठे रहे।
पुष्कर थाने के सब इंस्पेक्टर अर्जुन लाल ने बताया कि इजराइल नागरिक चेन की मौत 8 अक्टूबर को हो गई थी। इसके बाद दिल्ली एंबेसी से संपर्क किया गया था। एंबेसी ने इजराइल एंबेसी और उसके परिवार से संपर्क किया। मंगलवार को दिल्ली एंबेसी से जुड़े प्रतिनिधि अजमेर पहुंचे। जिन्हें डेथ सर्टिफिकेट और अन्य फॉर्मेलिटी पूरी करने के बाद बॉडी सौंपी गई। इजराइल बेद खबाद हाउस के मैनेजर हनुमान प्रसाद ने बताया कि पुष्कर में रुके हुए इजराइल के नागरिक कुछ दिनों से सदमे में हैं।
एम्बेसी से पहुंचे प्रतिनिधियों ने पहले अजमेर नगर निगम से इजराइली नागरिक चेन का डेथ सर्टिफिकेट बनवाया। इसके बाद डॉक्युमेंट्स की कमी के कारण घंटों तक उन्हें इंतजार करना पड़ा। इसके बाद वे मॉर्च्युरी के बाहर पहुंचे तो NOC के लिए समस्या आई।
पुष्कर से इजरायल के धर्मगुरु मॉर्च्युरी पहुंचे थे। इसके बाद सभी ने धर्मगुरु के साथ मिलकर मॉर्च्युरी के बाहर ही तीन से चार घंटे तक प्रार्थना की।
इधर, शाम को चेन की बॉडी लेकर एम्बेसी के आए प्रतिनिधि दिल्ली के लिए रवाना हुए। चेन को दिल्ली तक ले जाने की पूरे रास्ते की वीडियोग्राफी की जाएगी। 7 घंटे की पूरी ट्रेवलिंग को एक डॉक्युमेंट के रूप में रिकॉर्ड किया जाएगा। जिसे दिल्ली एम्बेसी को सौंपा जाएगा। दिल्ली एंबेसी के प्रतिनिधि मंगलवार सुबह 10 बजे बॉडी लेने के लिए अजमेर पहुंचे

ये था पूरा मामला

पुष्कर आए इजराइल के पर्यटक चेन येजेकल की रविवार 8 अक्टूबर को मौत हो गई थी। इजराइल पर हमास के हमले को लेकर वह तनाव में था। दोपहर में साथी पर्यटकों के साथ रेस्टोरेंट में खाना खाने गया था। तभी उसकी तबीयत खराब हो गई। दोस्त उसे पुष्कर के सरकारी अस्पताल ले गए, जहां हालत गंभीर होने पर उसे अजमेर के जेएलएन अस्पताल रेफर कर दिया गया। हॉस्पिटल में पर्यटक की महिला दोस्त उसे सीपीआर देते नजर आई। हालांकि डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

युद्ध में शामिल होने के मिल रहे मैसेज

पुष्कर में मौजूद इजराइली पर्यटक भी धीरे-धीरे 100 के ग्रुप में दिल्ली रवाना हो रहे हैं। उन्हें युद्ध के लिए वतन वापसी के मैसेज मिले हैं। इसके चलते पुष्कर से इजराइली पर्यटक दिल्ली के लिए कूच करने लग गए हैं। वे विशेष विमान से इजराइल के लिए रवाना होंगे। इजराइल से मैसेज मिलने के साथ ही पुष्कर समेत भारत के सभी शहरों से इजराइली पर्यटक दिल्ली में एकत्रित हो रहे हैं।
रविवार को बड़ी संख्या में पुष्कर से इजराइली पर्यटक दिल्ली के लिए रवाना हुए। खास बात यह है कि इजराइल सरकार केवल भारत आए अपने आर्मी मैन (पुरुष सैनिकों) को ही युद्ध के लिए बुला रही है। उधर पुष्कर के खबाद हाउस की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। डीएसपी मनीष बड़गुर्जर ने खबाद हाउस का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

इजराइली नागरिकों की मदद कर रहे स्थानीय

जहां एक ओर इजराइल में युद्ध के हालात हैं, वहीं यहां पुष्कर और अजमेर में मौजूद इजराइलियों के लिए स्थानीय हर संभव मदद उपलब्ध करवा रहे हैं। उन्हें जरूरत का सामान निशुल्क उपलब्ध करवा रहे हैं। कोई पानी की बोतल उपलब्ध करवा रहा है तो कोई फूड, किसी ने श्रद्धांजलि सभा व प्रार्थना के लिए जगह उपलब्ध कराई है। तो कोई टिकटिंग में मदद कर रहा है। करीब 350 से 400 सैलानी पुष्कर में हैं, इतने ही पिछले दो दिनों में दिल्ली जा चुके हैं।

मदद में जुटे युवा

खबाद हाउस की जमीन के मालिक चंद्रशेखर ने कहा कि हमले से इजराइली सैलानी चिंतित हैं। कुछ सैलानी ऐसे हैं, जिनके परिवार हमले का शिकार हुए हैं। खबाद हाउस में पीड़ित सैलानी रोते-बिलखते नजर आ रहे हैं। उन्हें खाने-पीने सहित अन्य जरूरत का सामान उपलब्ध करवाया जा रहा है। पुष्कर के भरत तिवाड़ी व उसके दोस्तों का ग्रुप इजराइलियों की मदद में जुटा है। दिल्ली तक जाने के लिए ई-टिकिटिंग में मदद कर रहे हैं। भरत ने कहा कि इन्हीं सैलानियों से पुष्कर के बाजारों की वर्षभर रौनक रहती है। अब वे मुसीबत में हैं तो इनकी मदद करना हर स्थानीय की जिम्मेदारी है।

पुष्कर की आरती गौतम ने बताया कि इजराइल का एक ग्रुप उनके रेस्तरां में आया था। प्रार्थना के लिए जगह उपलब्ध कराने के लिए कहा। इस पर उन्हें रेस्तरां का एक हिस्सा खाली कर जगह उपलब्ध करवाई। करीब 3 घंटे तक प्रार्थना सभा चली। हमेशा हंसने और कॉन्फिडेंट रहने वाले इजराइली सैलानियों की आंखों में आंसू नजर आए।

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