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SI ने कहा- दूध पीता बच्चा नहीं; गोबर से निकली लाश तो बिलख पड़ा परिवार पिता ने खंगाले थे 100 से ज्यादा CCTV फुटेज

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पिता ने खंगाले थे 100 से ज्यादा CCTV फुटेज:SI ने कहा- दूध पीता बच्चा नहीं; गोबर से निकली लाश तो बिलख पड़ा परिवार

नागौर

नागौर में 17 साल के छात्र यश की मौत के बाद उसके पिता पुखराज नायक ने नागौर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुखराज का कहना है कि बेटे के गायब होने के बाद उसने पुलिस ने बहुत मिन्नतें कीं, लेकिन उसे कहा गया कि आपका बेटा दूध पीता बच्चा नहीं है। पिता ने अपने स्तर पर 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालकर सबूत भी जुटाए लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया। आखिर बेटे की लाश गोबर के ढेर में बोरी में बंधी हुई मिली।
नागौर की सेंट पॉल स्कूल की 11वीं क्लास में पढ़ने वाले यशराज नाइक का शव शुक्रवार को बलदेवराम संत नगर स्थित पानी की टंकी के पास बोरे में मिला था। यशराज 19 जनवरी से लापता था। शव मिलने के बाद उसके पिता पुखराज नायक ने नागौर पुलिस पर मामले को हल्के में लेने और ढिलाई बरतने के आरोप लगाए। छात्र के पिता ने 4.17 मिनट का वीडियो जारी कर आरोप लगाए।

मृतक छात्र के पिता ने वीडियो में कहा- मेरा नाम पुखराज नायक पुत्र बाबूलाल नायक है। मेरा बेटा यशराज 19 जनवरी को बाइक से सुबह 8 बजे घर से स्कूल जाने के लिए निकला था। इस दौरान उसका किडनैप हो गया। बेटा स्कूल से नहीं लौटा तो मैं स्कूल गया। वहां यशराज के दोस्तों से पता चला कि उसे बबलू घोसी (45) के साथ देखा गया है।
बबलू घोसी के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि वह महिलाओं की तरह रहता है। स्कूली बच्चों को अपने झांसे में लेता और उनके साथ शारीरिक तौर पर गलत काम करता है। वह उन्हें होटल में चाय-नाश्ता पिलाकर अपने झांसे में लेता है। उन्हें नशे का आदी बना देता है। फिर नशा करते हुए या अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करता है।
वीडियो बनने के बाद बच्चा डर जाता है। वह बबलू घोसी की बताई जगह पहुंच जाता है या फिर उसके कहे अनुसार काम करने लगता है। बबलू घोसी ने 30-40 बच्चों को फंसा रखा है। मैंने बच्चों से पूछा तो बताया कि बबूल घोसी बच्चे के माता-पिता को वीडियो दिखाने की धमकी देता था।

पुखराज नायक ने बताया- बबलू घोसी के बारे में जानकारी मिलने के बाद मैं कोतवाली थाने गया। पूरा मामला एसआई भंवरलाल को बताया। उसे बताया कि बबलू घोसी का एक सेपरेट रूम है, मेरा बेटा वहीं हो सकता है, रूम को ताला लगा था। मैंने सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले। जिनमें भी मेरा बेटा बबलू घोसी के घर की तरफ जाता दिख रहा है, आगे के कैमरों में वह नहीं दिखा और वापस लौटते भी नहीं दिखा।
एसआई भंवरलाल ने कहा- मुझे पुलिस की नौकरी करते 40 साल हो गए। नागौर में अभी तक ऐसा मामला नहीं आया। तेरा बेटा दूध पीता बच्चा नहीं है। आ जाएगा। वैसे भी 24 घंटे से पहले मामला दर्ज नहीं करते।
अपने बेटे के लिए मैं भाग-दौड़ करता रहा। पुलिस ने मिन्नतें करता रहा। फुटेज खंगालता रहा। सबूत जुटाता रहा। बेटे के ऑडियो कॉल भी निकाले जिनमें वह बबलू घोसी से कह रहा था कि मैं नहीं आ सकता। फिर दूसरे कॉल में कहा कि मैं आ रहा हूं।
इन लोगों की 5-7 लोगों की गैंग है। ये लेडीज का श्रृंगार कर घूमते हैं। झाड़-फूंक और तंत्र-मंत्र का ढोंग करते हैं। बच्चों के साथ गलत काम कर उन्हें फंसाते हैं। बबलू घोसी के साथ सिकंदर खान, उसकी पत्नी और भाई, चारों ने मिलकर मेरे बेटे का कमरे में मर्डर किया है।
इसके बाद उनकी बॉडी को बोरी में भरकर बाड़े में गोबर में छुपा दिया। मुझे पुख्ता शक था। मैं बबूल से 14 दिने से पूछ रहा था कि उसके साथ कुछ कर भी दिया है तो भी मुझे बता दे। इसमें पुलिस की पूरी लापरवाही है। पुलिस ने कुछ नहीं किया। मैंने हर सबूत लाकर दिया तब भी मेरी एक नहीं सुनी।
मेरी अपील है कि लोग मेरा साथ दें। न्याय दिलाएं। मेरे बच्चे की जघन्य हत्या की गई है। ये लोग किसी और बच्चे के साथ ऐसा न करें। मासूम बच्चे इनके धोखे में आ जाते हैं। मेरे बेटे को क्या पता था कि ये लोग उसे मार देंगे। मेरा सपोर्ट कीजिए।
शुक्रवार को यशराज की मां और परिजन एसपी ऑफिस पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई। यश का शव बोरे में निकला। वह स्कूल यूनिफॉर्म में था। जिस पर पुखराज ने शक जताया उसे पुलिस ने हत्या के बाद डिटेन किया।
पुखराज ने बताया कि 19 जनवरी को सुबह 9 बजे यशराज का फोन दोस्त से बात करते हुए कट गया और स्विच ऑफ हो गया। फिर स्कूल से पता चला कि यश स्कूल नहीं पहुंचा। एक घंटे बाद सुबह 10 बजे मैं कोतवाली थाने पहुंच गया था। 29 जनवरी को पुलिस को‎सलेऊ चौराहे से आगे यश की बाइक मिली‎। लेकिन पुलिस सीसीटीवी के आधार पर भी मौके पर नहीं गई। आखिर मैं एसपी के पास गया। उन्हें सबूत दिखाए तो उन्होंने पुलिस को सख्ती से निर्देश दिए। इसके बाद बेटे की लाश ही मिली। उसे बोरी में भर रखा था।
नागौर में यशराज की मौत के बाद सर्व समाज की ओर से पुलिस के खिलाफ धरना दिया गया और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है।
मजदूरी करने वाले पुखराज नायक ने बताया कि यश के गायब होने के बाद वे और उनकी पत्नी सो नहीं पाए। खाना नहीं खा पाए। सबूत जुटाते रहे। सबूत कोतवाल रमेंद्र हाडा को दिखाने चाहे लेकिन उन्होंने कॉन्स्टेबल को दिखाने को कह दिया। सीडीआर के मुताबिक यश का फोन स्विच ऑफ होना और बाइक गायब होने की घटनाओं के सबूत देने के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस ने बबलू के बंद कमरे की तलाशी तक नहीं ली। बबलू खान के मोबाइल में‎ कई आपत्तिजनक चैट और फोटो भी थी। लेकिन उससे पूछताछ तक नहीं की गई। घटना उजागर होने के बाद कोतवाली थाना पुलिस ने बबलू घोसी को हिरासत में लिया।

आरोपी के घर बुलडोजर चलाने की तैयारी
छात्र यशराज का शुक्रवार को शव बरामद होने के बाद नागौर में आक्रोश फैल गया। लोगों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। शनिवार को एसपी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया। कलक्ट्रेट सभागार में पीड़ित परिवार व समाज के साथ 6 बिंदुओं पर चर्चा की गई। इसमें तय किया गया कि आरोपी बबलू घोसी के घर बुलडोजर चलाया जाए, पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता व घर के सदस्य को नौकरी दी जाए।
नाराज लोग शनिवार शाम 4 बजे तक एसपी कार्यालय के सामने धरने पर रहे। इस दौरान पुलिस का भारी जाब्ता तैनात रहा। लोगों में पुलिस को लेकर भी आक्रोश है। अभी तक शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाया है।

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