November 22, 2024

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अजमेर। शहर जिला कांग्रेस ने अजमेर में हुए जल भराव के लिए भाजपा के तत्कालीन नगर निगम बोर्ड को जिम्मेदार ठहराते हुए आनासागर के इर्द-गिर्द स्मार्ट सिटी के पैसे से बनाए गए पाथवे के कारण आनासागर की भराव क्षमता कम होने के लिए जिम्मेदार तत्कालीन अधिकारी एवं भाजपा नेताओं के विरुद्ध उच्च स्तरीय जांच होकर कार्रवाई की मांग की है। शहर के हाल बदल के लिए भाजपा सरकार के विभिन्न बोर्ड की नीतियां जिम्मेदार हैं।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने एनजीटी के 6 अगस्त 2023 के आदेश को अक्षरक्ष लागू करने की मांग करते हुए राष्ट्रीय हरित अधिकरण के अध्यक्ष न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार को पत्र लिखा है। शहर कांग्रेस प्रवक्ता मुजफ्फर भारती ने अध्यक्ष विजय जैन के हवाले से जारी बयान में बताया कि कांग्रेस ने एनजीटी के अध्यक्ष मांग की है कि स्मार्ट सिटी के पैसे से आनासागर के चारों और पाथवे निर्माण किया गया है जिससे आनासागर की भराव क्षमता काम हो गई है यही कारण है कि बारिश के बाद आनासागर के आसपास की कालोनियां जल मग्न हो गई है और पानी निकालने का कोई रास्ता नहीं है लोग घर में कैद होकर रह गए हैं सब होने का कारण केवल और केवल आना सागर की भाव क्षमता को कम कर देना है कायदे से पाथवे का निर्माण आनासागर के भराव क्षेत्र के बाद किया जाना चाहिए था, स्मार्ट सिटी योजना के तहत पाथवे का निर्माण आना सागर के अंदर कर दिया गया है जो तकनीकी रूप से बिल्कुल गलत और अधिकारियों की मनमानी और दूर अंदेशी का अभाव है कि आज क्षेत्र में पानी भरा है, उससे ज्यादा क्षेत्र में पाथवे बन गया। पाथवे बनने से आना सागर एक तालाब में तब्दील हो गया है इस कारण आसपास की कालोनियां जल मग्न हो गई हैं और आनासागर का आकार छोटा हो जाने के कारण ओवरफ्लो के गेट जल्दी खोलने पड़े हैं जिससे दक्षिण क्षेत्र की निचली बस्तियों में भयंकर पानी भर गया है जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि क्षेत्र में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए हैं।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष जैन कहा कि आना सागर झील की गहराई 16 फीट थी. सन 1975 में अजमेर में आई बाढ़ भी देखी थी तब आनासागर की भराव क्षमता के ऊपर 3 फीट पानी था जैन बताते हैं कि आनासागर झील क्षेत्र में ही तत्कालीन यूआईटी ने सागर विहार कॉलोनी आवासीय कॉलोनी बसाई और हाउसिंग बोर्ड ने यहां पर मकान बनाकर रिहायशी क्षेत्र बनाया इस रिहायशी क्षेत्र को बसाने के लिए प्लान भी बनाई थी जो आज भी मौजूद है इसके बाद झील की भराव क्षमता 13 फीट कर दी गई। बीजेपी पर तंज करते हुए कहा कि पाथवे का निर्माण कार्य तब शुरू हुआ था जब केंद्र और प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी, लेक व्यू, समेत अन्य विकास कार्यों में मौजूदा भाजपा नेताओं का नाम शिलापट्ट पर है पाथवे को अपनी उपलब्धि बताते रहे हैं कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि जब यह पाथवे बन रहा था तब बीजेपी के नेताओं को यह नजर नहीं आ रहा था उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करने की बात करती है और ईडी से जांच करवाने की बात करती है तो इस मामले की ईडी से जांच करवानी चाहिए ईडी की जांच में तत्कालीन जनप्रतिनिधियों को भी दायरे में लेना चाहिए तत्कालीन जनप्रतिनिधियों की स्वीकृति से ही पाथवे, लेक व्यू एवं सेवन वंडर का निर्माण हुआ है इस भ्रष्टाचार के खेल में उनकी मौन स्वीकृति थी

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