October 18, 2024

Kal Ka Samrat News India

हर खबर पर नज़र

आय से अधिक संपत्ति के मामले में एसीबी की रडार पर आए IAS अधिकारी राजेन्द्र विजय (कोटा के तत्कालीन संभागीय आयुक्त) की आने वाले समय में परेशानी बढ़ सकती है। एसीबी के पास राजेन्द्र विजय की अकूत संपत्ति के दस्तावेज हैं। हालांकि राजेन्द्र विजय ने यह संपत्ति माता-पिता के नाम खरीद कर खुद की पत्नी के नाम गिफ्ट कराई है।

सोमवार शाम एसीबी ने सीतापुरा स्थित एक प्राइवेट बैंक का लॉकर खोला। इस दौरान राजेन्द्र विजय नहीं आए तो एसीबी उनके बेटे को लेकर बैंक पहुंची। लॉकर से एक किलो चांदी की सिल्ली, सिक्के, कुछ नगदी और प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले। इस लॉकर के अलावा अभी तक दूसरा कोई लॉकर नहीं मिला है। इसके अलावा 4 अक्टूबर को रेड की कार्रवाई के दौरान राजेंद्र विजय के फरार हुआ ड्राइवर चतर भी एसीबी के हाथ लग गया है। उससे बरामद हुए प्रॉपर्टी के कागजात की जांच की जा रही है। ड्राइवर इस प्रॉपर्टी को खुद की बता रहा है। यह जांच की जाएगी कि ड्राइवर यह प्रॉपर्टी खरीदने में सक्षम है या नहीं।

एसीबी सोर्स से मिली जानकारी के अनुसार – प्रॉपर्टी का वैल्यूएशन करने में 25 दिन का समय लग सकता है।

You may have missed