KAL KA SAMRAT NEWS INDIA

हर नजरिए की खबर, हर खबर पर नजर

Home » जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में शुरू हुई उच्च तकनीक ( TARM) से वेंट्रल हर्निया की सर्जरी।JLN में अत्याधुनिक तकनीक से हर्निया का जटिल आपरेशन

जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में शुरू हुई उच्च तकनीक ( TARM) से वेंट्रल हर्निया की सर्जरी।JLN में अत्याधुनिक तकनीक से हर्निया का जटिल आपरेशन

Spread the love

जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में शुरू हुई उच्च तकनीक ( TARM) से वेंट्रल हर्निया की सर्जरी।
JLN में अत्याधुनिक तकनीक से हर्निया का जटिल आपरेशन

एडवांस्ड लेपेरोस्कोपिक सर्जन डॉ अनिल के शर्मा ने किया वेंट्रल हर्निया के लिए अत्याधुनिक TARM (टार्म) तकनीक से ओपेरेशन

दूरबीन सर्जरी के नित नए आयाम स्थापित करते JLN HOPAPITAL में एक ओर आयाम
हाल ही में जलन हॉस्पिटल में नाभि के आसपास के विभिन्न हर्निया के लिए DR अनिल के शर्मा ने चार पांच मरीजो का अत्याधुनिक TARM तकनीक से उपचार किया, सभी ने अजमेर जयपुर, अहमदाबाद कई डॉक्टर्स को दिखाया, ज्यादातर ने चीरा लगा कर ऑपरेशन करने की दी सलाह। चीरा लगाने के डर से नहीं कारवाना चाहते ऑपरेशन।कुछ जगह दूरबीन सर्जरी के बारे में बताया पर काफी ज्यादा खर्चा बताया।

डॉ अनिल शर्मा को दिखाया तो उन्होने जेएलएन अस्पताल में हो रहे एडवांस तारिको से होने वाले ऑपरेशन के बारे में बताया।

क्या होता है वेंटरल एब्डोमिनल हर्निया?
नाभि से या उसके ऊपर व नीचे जब पेट की दीवार कमजोर हो जाती है या किसी ओपरेशन के बाद कमजोर हो जाती है तो आंत या उससे जुडी ओमेंटम छेद से बहार आ जाति है और उसके सडने या गलने का खतरा रहता है।
कैसे पता लगता है
डॉअनिल कुमार शर्मा ने बताया की वैसे तो ये क्लिनिकल डायग्नोसिस होता है पर आगे कई जानकारी के लिए पेट की सोनोग्राफी व CT स्कैन करवाई जा सकती है।

क्या है उपचार?
सर्जरी इसका एक मात्र उपचार है। पुराने तरीके से चीरा लगा कर भी ऑपरेशन किया जाता था पर अब जे.एल.एन अस्पातल मैं नई तकनीकों (TARM) के जरिये छोटे चीरे से किया जा रहा है ऑपरेशन साथ में ही मेश भी लगाई जाती है जिसे अंदर की दीवार मजबूत हो जाती है। ये सभी उपचार राजस्थान की चिरंजीवी योजना के अंतरगत बिल्कुल मुफ्त में किया जा रहा है ।
क्या है T.A.R.M?
दूर्बीन के रास्ते पेट माई जाकार एब्डोमिनल की मसपेशियों के पीछे लगाती है जाली।
एच.ओ.डी डॉ. श्याम भूतडा के निर्देशन में जे.एल.एन. मे किए जा रहे हैं एडवांस तारिके के ऑपरेशन।

टीम: सर्जरी से डॉ. अनिल शर्मा डॉ. डॉ प्रदीप,डॉ कमल बंसल, डॉ राजेश डॉ. शीतांशु गुप्ता , डॉ. रोहित
एनेस्थीसिया से एचओडी डॉ वीणा माथुर के निर्देश मे डॉ. कुलदीप, डॉ ऋचा डॉ. बिदिशा और स्टाफ़ इंचार्ज गीता मोल, स्टाफ़ रामसिंह, सुरेंद्र । एक ही दिन में मिली छुट्टी।

डॉ अनिल से इस अवसर के लिए विभागाध्यक्ष डॉ श्याम भूतड़ा का आभार व्यक्त किया व प्रिंसिपल श्री वीर बहादुर सिंह, अधीक्षक dr नीरज गुप्ता व अस्पताल प्रशासन का अत्याधुनिक उपकरणों व सुविधाओ के लिए आभार व्यक्त किया।
डॉ अनिल ने बताया डॉ vb सिंह के नेतृत्व में अस्पताल में नित नई प्रगति हो रही है, जिसका सारा श्रेय प्रिंसिपल श्री VB सिंह, श्री नीरज गुप्ता व अस्पताल प्रशाशन को जाता है

You may have missed

Skip to content