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बेटे ने हत्या की,इंस्पेक्टर पिता बोला-हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते:बहन भाई को तलाशते हुए सीआई के घर पहुंची थी, मां ने कहा- SMS हॉस्पिटल में ढूंढ लो

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बेटे ने हत्या की,इंस्पेक्टर पिता बोला-हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते:बहन भाई को तलाशते हुए सीआई के घर पहुंची थी, मां ने कहा- SMS हॉस्पिटल में ढूंढ लो

जयपुर

जयपुर में पुलिस इंस्पेक्टर (सीआई) के बेटे ने बैट से पीट-पीटकर एक युवक की हत्या कर दी। हत्या के बाद मृतक की बहन भाई को ढूंढते हुए इंस्पेक्टर के घर पहुंची। यहां आरोपी के पिता ने धमकाया- मैं सीआई हूं, तुम हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। फिर भाई के बारे में पूछने पर इंस्पेक्टर की पत्नी ने कहा कि एसएमएस हॉस्पिटल में ढूंढ लो। चार घंटे तक बहन भाई की लाश ढूंढती रही। इसके बाद लहूलुहान हालत में शव मिला। हत्या के पीछे गाली-गलौज होना कारण सामने आया है।
पुलिस ने बताया- आगरा (उत्तर प्रदेश) की रहने वाली कामिनी सिंधी (62) ने अपने भाई की हत्या का मामला दर्ज करवाया है। जो फिलहाल जयपुर के जगदंबा नगर में रहती हैं। मृतक शादीशुदा नहीं था। उसकी तीन बहनें हैं। तीनों की शादी हो चुकी थी। पिछले करीब 10 साल से भाई मोहन लाल सिंधी (35) पुत्र मोलना लाल जगदंबा नगर करणी विहार में अपनी मां और छोटी बहन के साथ रह रहा था। वहीं, बड़ी बहन कामिनी पति की मौत होने के बाद से मोहन लाल के घर के पास ही रहती है। मोहन दशहरा मैदान में सब्जी का ठेला लगाता था।
मोहन की बहन कामिनी ने बातचीत में पूरी घटना के बारे में बताया।
मोहन की बहन कामिनी ने बताया- कुछ समय पहले मोहन के पिता की मौत हुई थी। उस पर ही घर की जिम्मेदारी थी। वह मंडी से सब्जी लेने के लिए देर रात और अल सुबह निकल जाया करता था। मंगलवार रात करीब 10:15 बजे खाना खाने के बाद मोहन घर से पैदल निकला था। रात को घर नहीं लौटने पर परिवारवालों ने सोचा सब्जी लेने चला गया होगा। क्योंकि अक्सर जाता रहता था।

कॉलोनी में हंगामे से चला पता

बहन कामिनी ने बताया- बुधवार सुबह कॉलोनी में दूध लेने गई थी। पता चला कि रात को मोहन के साथ मारपीट हुई है। उसे गाड़ी में डालकर ले गए थे। कॉलोनी वालों से मिली जानकारी के बाद बुधवार सुबह करीब 10:30 बजे CI प्रशांत शर्मा के घर पहुंची। भाई मोहन के बारे में पूछने पर उनकी पत्नी बाहर आकर बोली- रात को बेटे से गाली-गलौज को लेकर झगड़ा हो गया था। बेटे क्षितिज के साथ मारपीट होने पर उसे SMS हॉस्पिटल में भर्ती करवा दिया था। तेरे भाई को SMS हॉस्पिटल में जाकर ढूंढ ले।

ढूंढने पर भी नहीं पता चला

कामिनी ने बताया- इसके बाद पड़ोसियों से पता चला कि मोहन के साथ CI प्रशांत शर्मा के बेटे क्षितिज शर्मा ने बैट से मारपीट की थी। उसको अपनी गाड़ी में डालकर फेंक कर आ गए। यह सुनने के बाद सुबह करीब 11 बजे करणी विहार थाने पहुंचकर शिकायत की। पुलिस ने पहले मदद नहीं की। दोबारा CI प्रशांत शर्मा के घर पहुंची। उससे पूछा भाई को मारकर कहां फेंका है। बोले- हम CI हैं, हमारा कुछ नहीं कर पाओगे। इसके बाद करणी विहार थाने जाकर दोबारा घटना के बारे में बताया। पुलिस उसको लेकर CI के घर आई। पूछताछ के बाद CI प्रशांत शर्मा और उसके बेटे को करणी विहार थाने लाया गया।

SMS हॉस्पिटल में 4 घंटे तक ढूंढते रहे

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि रात को हुई घटना के बाद मोहन को कार से SMS हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। डॉक्टर ने इलाज के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया था। SMS हॉस्पिटल में भर्ती कराने के बाद परिवार घर लौट आया था।
बहन कामिनी का आरोप है- बुधवार सुबह 11 बजे पता चलने के बाद SMS हॉस्पिटल में सभी जगह भाई को ढूंढा था। 4 घंटे की तलाश के बाद भी भाई मोहन के बारे में पता नहीं चला। दोपहर करीब 3 बजे SMS हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में भाई मोहन का शव लहूलुहान हालत में था। उसके मुंह के साथ कान-नाक से खून निकला दिखाई दिया। कामिनी का आरोप है कि पुलिस ने कहीं ओर से शव बरामद करने के बाद मामले को दबाने के लिए दोपहर में शव SMS हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी पहुंचाया है।

पूरा परिवार है दोषी

कामिनी का आरोप है कि पुलिस ने मामले को दबाने की पूरी कोशिश की है। मेरे भाई की हत्या का CCTV फुटेज भी सामने आया है। उसमें CI पिता के सामने ही बेटे ने बैट से मारकर मेरे भाई मोहन की हत्या कर दी। परिवार ने भी हत्यारे का सपोर्ट किया। हत्यारे के माता-पिता के साथ बहन-भाई ने भी शव को ठिकाने लगाने के लिए गाड़ी में डालकर सहयोग किया। घर पर जाकर भाई के बारे में पूछने पर CI और उनकी पत्नी ने धमकाकर भगा दिया। उनको देखकर लग रहा था कि ये तो मामूली बात है।

पार्क में गया था घूमने

DCP (वेस्ट) अमित कुमार ने बताया- मृतक मोहन मंगलवार रात करीब 9:30 बजे घर से महज 400 मीटर दूर पार्क में घूमने गया था। स्कूटी घर में पार्क करने के लिए आने के दौरान क्षितिज से उसकी कहासुनी हो गई। इसके बाद क्षितिज ने गुस्से में बैट से मोहन पर हमला कर दिया। बेटे के हमले से घायल मोहन को देखकर इंस्पेक्टर प्रशांत शर्मा ने खुद की कार निकाली। लहूलुहान हालत में उसे SMS हॉस्पिटल में भर्ती करवाकर घर लौट आए।
देर रात करीब 2:45 बजे इलाज के दौरान मोहन की मौत हो गई। बुधवार दोपहर करीब 12 बजे सूचना मिलने पर पुलिस ने हत्या की धारा में मामला दर्ज किया। बुधवार देर रात हत्या में आरोपी क्षितिज को अरेस्ट करने के साथ ही इंस्पेक्टर पिता सहित परिवार के बाकी सदस्यों की भूमिका की जांच की जा रही है।

30 सेकेंड में 4 वार किए

CCTV फुटेज के अनुसार, मंगलवार रात करीब 10:30 बजे घर के अंदर से क्षितिज बैट लेकर बाहर भागा। पीछे से मोहन पर बैट से हमला किया। महज 30 सेकेंड में क्षितिज ने बैट से मोहन के सिर पर वार किए। तीन वार करने पर जमीन पर गिरने के बाद फिर एक और वार किया। चीख पुकार सुनकर CI पिता प्रशांत के आने पर बेटा पीछे हटा। बेटे को पकड़कर साइड में ले गए। इसके बाद खुद की कार निकाली। पत्नी, बेटे-बेटी की मदद से लहूलुहान मोहन को कार की पिछली सीट पर लेटा कर SMS हॉस्पिटल में भर्ती करवा आए।
ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाने के बाद किसी को बिना सूचना दिए ही घर आ गए। भर्ती कराने के दौरान क्षितिज ने अपना नाम और मोबाइल नंबर हॉस्पिटल में लिखवाया। वहीं बेटे की मौत के बारे में पता चलने के बाद माँ बेसुध हो गई

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